Noida News: उत्तर प्रदेश के नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट को लेकर तेजी से आस पास के क्षेत्रों में भी विकास कार्य हो रहे हैं। नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ी खुश कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) की ठीक बगल में पैसा (धन) कमाने के तरीके बताने, पैसे को निवेश करने तथा व्यापारियों तथा उद्योगपतियों को कारोबार के लिए धन उपलब्ध कराने वाला एक पूरा शहर बसाया जाएगा। जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास 800 एकड़ जमीन पर बसने वाले इस अनोखे शहर का नाम फिनटेक सिटी (Fintech City) होगा। जेवर एयरपोर्ट शुरू होते ही इसी साल अक्टूबर में जेवर एयरपोर्ट की बगल में फिनटेक सिटी बसाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा।
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जानिए क्या है फिनटेक सिटी
आपको बता दें कि फिनटेक (Fintech) अंग्रेजी का एक शब्द है। यह शब्द अंग्रेजी के Finance और Technology को मिलाकर नया शब्द बनाया गया है। फिनटेक सिटी (Fintech City) में तकनीकी ( Technology ) के द्वारा वित्तीय व्यवस्था का संचालन होता है। अब आप समझ गए होंगे कि आखिर यह फिनटेक सिटी क्या है जो जेवर एयरपोर्ट के पास बसने वाली है। आइए फिनटेक सिटी की पूरी योजना हम आपको विस्तार से बताते हैं।
800 एकड़ पर तैयार होगी फिनटेक सिटी
नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण की देखरेख का काम यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (yida) के CEO डा. अरूणवीर सिंह कर रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट के साथ ही उन्होंने यीडा क्षेत्र में विकास की योजनाओं की लाइन लगा दी है। इसी वजह से यीडा के CEO अरूणवीर सिंह को विकास पुरूष का खिताब भी मिला हुआ है। डा. अरूणवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के पास यीडा के सेक्टर-11 में 800 एकड़ जमीन पर फिनटेक सिटी बसाई जाएगी। यह फिनटेक सिटी पूरी दुनिया का एक अनोखा शहर होगा। जेवर एयरपोर्ट के पास देश भर के नागरिकों को सारी वित्तीय सुविधाएं प्रदान करा दी जाएंगी।
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यीडा के CEO डा. अरूणवीर सिंह (Dr. Arunveer Singh) ने आगे जानकारी दी कि पहले फिनटेक सिटी को सेक्टर-13 में विकसित करने की योजना थी, लेकिन नोएडा एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी के कारण इसे सेक्टर-11 में बसाने पर सहमति बन गई है। यहां से एयरपोर्ट की दूरी मात्र आठ किलोमीटर है। इसके साथ ही, एयरपोर्ट के लिए सीधी कनेक्टिविटी है। सेक्टर-28 मेडिकल डिवाइस पार्क, सेक्टर-29 में बन रहे डेटा सेंटर की भी सेक्टर-11 से सीधी कनेक्टिविटी है। पहले फेज 2027 तक पूरा किया जाएगा, द्वितीय फेज 2030 और तीसरा फेज-2034 तक पूरा होगा। फिनटेक सिटी में 51 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट, पार्क और सडक़ें होगी, जबकि 37 कॉमर्शियल प्लॉट होंगे। 123 प्लॉटों को बेचा खरीदा जा सकेगा। प्लॉटों का आंवटन स्कीम के तहत किया जाएगा।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि सेक्टर बदलने से पहले कंपनी ने सर्वे भी कराया था, जिसमें 71.1 प्रतिशत निवेशकों की पसंदीदा जगह सेक्टर-11 रही। अधिकारी ने बताया कि यहां पर इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फंड, वर्ल्ड बैंक, स्टॉक एक्सचेंज जैसे बड़े संस्थानों को लाया जाएगा। साथ ही यहां बड़े बैंकों के कॉरपोरेट ऑफिस भी खुलेंगे। अंतरराष्ट्रीय स्तरीय के आयोजन के लिए यहां ऑडिटोरियम और प्रदर्शनी हॉल आदि बनेंगे, चूंकि भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।
ये कंपनियां आएगी
फिनटेक के अंतर्गत वह कंपनियां आती हैं, जो प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर और इंटरनेट के उपयोग के माध्यम से ग्राहकों को बैंकिंग और बीमा जैसी वित्तीय सेवाएं देती हैं। इस फिनटेक सिटी में ऑनलाइन बैंकिंग, निवेश, रिसर्च, क्राउड फंडिंग, डिजिटल मनी, स्टॉक एक्सचेंज, बीमा कंपनियां, शॉपिंग सेंटर, ई-पेमेंट गेटवे प्लेटफॉर्म जैसी निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं को प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।
यहां निवेश करने वाली कंपनियों को नई औद्योगिक नीति का फायद मिलेगा। इस प्रोजेक्ट में ऑनलाइन बैंकिंग, निवेश,क्राउड फंडिंग, डिजिटल मनी, स्टॉक एक्सचेंज आदि को प्लॉट आवंटित होंगे। फिनटेक सिटी में निवेश करने वाली कंपनी को नए उत्पाद लॉन्च करने के लिए अलग से लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। निवेश करने वाली कंपनियों को एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेशी) और नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के तहत लैंड सब्सिडी, टैक्स, कस्टम आदि में छूट प्रदान की जाएगी।