Ghaziabad Kanpur Expressway: गाजियाबाद और कानपुर को आपस में जोड़ने के लिए जल्द ही गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जायेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यातायात काफी सुगम हो जाएगा। इसको लेकर बीते दिनों केंद्रीय परिवहन मंत्रालय (Union Transport Ministry) के द्वारा बैठक की गई। बताया जा रहा है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने बहुत ही जल्द इस को लेकर डीपीआर मांगी है। जिसके बाद इसका पता चल जाएगा कि प्रोजेक्ट में कुल कितना पैसा खर्च होगा।
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390 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेसवे
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों ने जानकारी दी कि डीपीआर रिपोर्ट बनने के बाद लगभग एक साल के अन्दर जमीन अधिग्रहण का लक्ष्य पूरा किया जाएगा और टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार जमीन अधिग्रहण का 90% काम पूरा होते ही गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे का काम शुरू हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे 390 किलोमीटर लंबा होगा। बीते दिनों इसको लेकर परिवहन मंत्रालय में बैठक हुई है। जिसमें डीपीआर रिपोर्ट जल्द से जल्द मांगी गई है।
इन 9 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इन 9 जिलों से होकर गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे, वो जिले हैं गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर। NHI के अधिकारी ने इसको लेकर जानकारी दी कि अभी कानपुर और गाजियाबाद को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाले यात्रियों को लगभग 6 घंटे लगते हैं। जबकि एनएच-9 पर यात्रा करने वालों को कम से कम आठ 8 का समय लगता है। यह नया एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। यह यात्रा के समय को घटाकर केवल तीन घंटे कर देगा। मतलब, यात्रा का समय केवल 3 से 5 घंटे कम हो जाएगा।
4 लेन से शुरू होगा और 8 लेन तक विस्तार सम्भव
नए एक्सप्रेसवे की योजना के अनुसार यह 4 लेन का बनाया जाएगा। इस आर्थिक गलियारे को पुलिया और अंडरपास पर 6 लेन तक बनाया जाएगा। भविष्य में इसका विस्तार 6 से 8 लेन तक किया जा सकता है, इसके लिए जमीन अधिग्रहीत करके रिजर्व में रखी जाएगी। इस कॉरिडोर से यात्रा के समय और लागत में कटौती होगी। यह कॉरिडोर पश्चिम उत्तर प्रदेश मध्य उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड तक उद्योगों के लिए वरदान साबित होगा।