नीलम सिंह चौहान, खबरीमीडिया
Shardiya Navratri 2023: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का एक विशेष प्रकार का महत्व दिया गया है। वहीं, पंचांग के मुताबिक मानें तो अश्विनी मास के शुल्क पक्ष में प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। वहीं, नवरात्रि के इन 9 दिनों में मां दुर्गा जी के नौ रूपों को पूजा जाता है। इस दौरान माता रानी के सभी भक्त व्रत रखते हैं और उन्हें खुश रखने के लिए पूजा पाठ करते हैं। मान्यता के मुताबिक, जिस वाहन में माता रानी सवार होकर आती हैं उससे आने वाले साल का हाल निर्धारित हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको यही बताएंगे कि इस वर्ष माता रानी की सवारी क्या है।
शारदीय नवरात्रि में क्या है माता रानी की सवारी
इस वर्ष मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही है। नवरात्रि के पहले ही दिन मां दुर्गा हाथी के उपर सवार होकर आएंगी। हाथी को हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा शुभ भी माना जाता है और ये बेहद फलदायी है। नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर यानी कि रविवार से हो रही है। ऐसे में जब भी नवरात्रि का पहला दिन रविवार इसके अलावा सोमवार को पड़ता है तो मां दुर्गा की सवारी हाथी ही होती है। मान्यता के अनुसार जब भी माता हाथी के ऊपर बैठ के आती है, तो वे अपने साथ समृद्धि, खुशियां और ज्ञान का भंडार लेकर आती हैं।
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माना जा रहा है कि हाथी इस वर्ष मां दुर्गा जी की सवारी है, तो ऐसे में ये पूरा साल धन से भरा हुआ होगा। अनाज के भंडार भरे हुए होंगे और देश में सुख समृद्धि आएगी। इस वर्ष वर्षा होने के भी काफी अच्छे आसार देखने को मिलेंगे।
वहीं, पंचांग के मुताबिक, अश्विनी महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर की रात्रि 11 बजकर 24 मिनट से शुरू होगी और 15 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक ये तिथि रहने वाली है।
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घटस्थापना की सामग्री में जौ, मिट्टी, कलावा, कलश, तांबा, इलायची, पान, आम, अशोक, लाल कपड़ा, नारियल, सुपाड़ी आदि चीजें शामिल किए जाते हैं।