Astro Tips: सनातन धर्म के हर एक मंदिर का स्थान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। मंदिर की स्थापना से लेकर वहां पर कौन कौन से धार्मिक ग्रंथों को रखना है, कौन से देवता को किस दिशा की ओर रखना चाहिए और पूजा सामग्री को लेकर भी अहम बातें बताई गईं हैं। इनके बारे में सारी अहम जानकारी हासिल करना अत्यधिक जरूरी है। वहीं, घर के मंदिर की एक ऐसी जगह भी है जहां सभी तरह कि पॉजिटिविटी ऊर्जा का संचार होता है। जिसे घर का मंदिर कहा जाता है:
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जानिए कि मंदिर रखने कि सही दिशा क्या होती है
ये तो आप भी जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में दिशाओं पर खास जोर दिया गया है। घर में मंदिर को रखने कि सबसे शुभ दिशा उत्तर पूर्व या ईशान कोण को ही माना गया है। इस दिशा को दरअसल ज्ञान और बुद्धि के लिए भी जाना जाता है। घर के इस ओर मंदिर रखा जाए तो हर तरह की नेगेटिविटी दूर हो जाती है। साथ ही पॉजिटिविटी बनी रहती है।
जानिए कि क्या है मूर्ति को रखने कि उचित दिशा
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर के मंदिर में हमेशा देवी देवताओं की मूर्तियां होनी चाहिए और इन मूर्तियों को पश्चिम दिशा की ओर ही रखना चाहिए। ऐसा करने से पूजा करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व की ओर रहेगा, जो कि अत्यंत शुभ होता है।
जानिए कि किस शेप कि होनी चाहिए मूर्ति
घर के मंदिर में हमेशा देवी देवताओं की मूर्तियों को पश्चिम दिशा की ओर रखें। ऐसा करने से पूजा करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व की तरफ रहेगा जो कि अत्यंत शुभ होता है।
मंदिर के लिए ये हैं जरूरी चीजें
घर के मंदिर में मोर का पेंख, चंदन, हल्दी जरूर रखें। क्योंकि ऐसा करने से पॉजिटिविटी बनी रहती है। साथ ही वास्तु दोष से छुटकारा मिल जाता है।
गणेश भगवान की किस ओर बिठाएं
घर के मंदिर में हमेशा ही मां लक्ष्मी जी को भगवान गणेश के दाएं और बिठाएँ।
हनुमान जी की मूर्ति को रखने कि ये है सही दिशा
हनुमान और भैरव भगवान की मूर्ति का मुख दक्षिण की ओर होना चाहिए। दुर्गा मां का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। वहीं, भगवान विष्णु की मूर्ति की स्थापना करने से घर में हर तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं।