Delhi News: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाकर अन्दर घुसने वाले घुसपैठिए को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। बता दें कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने संसद भवन (Parliament House) की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले चारों आरोपियों को सात दिन की रिमांड पर लिया है। आरोपियों को अदालत के सामने पेश करते हुए पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने हमले के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) से खास तरह के जूते लिए थे।
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पुलिस ने आरोपियों- मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल शिंदे और नीलम देवी को पटियाला हाउस कोर्ट स्थित एनआईए मामलों के स्पेशल जज हरदीप कौर के सामने पेश किया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के लिए 15 दिनों की रिमांड मांगी। उन पर आईपीसी धाराओं के साथ ही आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत आतंकवाद और उसकी साजिश से जुड़े आरोप लगाए गए हैं।
कोर्ट में बहस के दौरान अभियोजन पक्ष (Prosecutors) ने चारों पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि आरोपियों ने डर पैदा करने की कोशिश की। यह संसद पर सुनियोजित हमला था। आरोपियों को सिर्फ गैलरी तक ही जाने का अधिकार था। वे विजिटर्स गैलरी की वॉल से कूद कर आगे गए, जो सीमा का उल्लंघन था। उन्होंने धुएं का कैन अपने जूतों में छिपा रखा था। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट के सामने आगे कहा कि घटना के पीछे असली मकसद को पता करने और यह पता लगाने के लिए कि क्या कुछ अन्य लोग भी शामिल थे, उनसे हिरासत में पूछताछ की जरूरत है।
इस दौरान कोर्ट को बताया गया कि खास तरीके के जूते लखनऊ में बनाए गए थे, जिनकी जांच की जानी है। पुलिस उन्हें जांच के लिए मुंबई, मैसूर और लखनऊ ले जाना चाहती है। अदालत की तरफ से आरोपियों को कानूनी मदद के लिए वकील मुहैया कराया गया, क्योंकि उनका कहना था कि उनके पास प्रतिनिधित्व के लिए कोई वकील नहीं है। कानूनी मदद के लिए मिले वकील ने 15 दिन की रिमांड की मांग का विरोध किया।