उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
UP Politics: देशभर के सभी राजनीतिक दल अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर ली हैं। इसी चुनावी तैयारी को लेकर बसपा प्रमुख मायावती भी लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी की बैठक की है। मायावती ने बैठक में संगठन को मजबूत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं।
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इसके साथ ही आम चुनाव को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में मायावती ने संगठन को कैडर और छोटी-छोटी बैठकों के आधार गांव-गांव में मजबूत बनाने और अपने जनाधार को बढ़ाने के लिए निर्देश दिए। साथ ही सर्वसमाज में जनाधार बढ़ाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों, प्रभारियों व अन्य जिम्मेदार लोगों के साथ मिलकर पुरानी कमियों को दूर करने को कहा है। इस दौरान बसपा सुप्रीमो ने आम चुनाव में गठबंधन को लेकर भी अपना पक्ष एकदम साफ कर दिया है।
बसपा को गठबंधन से नुकसान-मायावती
मायावती ने कहा पार्टी को अपने उम्मीदवारों के चयन में सावधानी बरतनी होगी। लोकसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव में उतरेगी। बसपा प्रमुख ने कहा कि गठबंधन की वजह से लाभ की बजाय पार्टी को नुकसान होता है। गठबंधन में बसपा का वोट तो स्पष्ट तौर पर गठबंधन वाली दूसरी पार्टी को ट्रांसफर हो जाती है, लेकिन दूसरी पार्टियां अपना वोट बसपा उम्मीदवारों को ट्रांसफर कराने की न सही नीयत रखती हैं और न ही क्षमता, जिससे बसपा के लोगों का मनोबल प्रभावित होता है। इसलिए बसपा सत्ता या विपक्ष दोनों गठबंधनों से दूर रहेगी।’
कांग्रेस और बीजेपी पर साधा निशाना
बैठक के बाद मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी की संकीर्ण जातिवादी व सांप्रदायिक राजनीति व अराजकता को बढ़ाने के वजह से सभी लोगों का जीवन त्रस्त और दुखी है। इसी कारण बीजेपी अब अपना प्रभाव ही नहीं बल्कि अपना जनाधार भी खो रही है। जिसकी वजह से इस बार लोकसभा चुनाव एकरफा नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव देश की राजनीति को नई करवट देने वाला साबित होगा।
भाजपा की कथनी करनी में अंतर
इस दौरान बसपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस की तरह भाजपा की कथनी व करनी में जमीन आसमान का अंतर है। इनके राज में आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया हो गया है। कुछ मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर बाकी सभी लोगों का खासकर बहुजन परिवारों के सामने पालन पोषण की कठिनाई हो रही है। इन सबका प्रभाव आगामी लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा।
बसपा सगंठन में बदलाव
आगामी चुनाव को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी में कुछ फेरबदल किए हैं जिसे लेकर मायावती ने कहा यूपी जैसे बड़े व राजनीतिक रूप से महत्वपूर्व राज्य होने के कारण यहां के राजनीतिक हालात अक्सर बदलते रहते हैं। इसलिए कुछ फेरबदल की जरूरत पड़ती रहती है। जिसे जो भी जिम्मेदारी दी जाती उसे कम न आंका जाए बल्कि पार्टी हित में सर्वोपरि मानकर ईमानदारी से जिम्मदारी को निभाते रहें।