Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए बड़ी और जरूरी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और ईस्टर्न पेरीफेरल (Eastern Peripheral) को जगनपुर इंटरचेंज (Jaganpur Interchange) पर जोड़ने की योजना में पेंच फंस गया है। इंटरचेंज (Interchange) को तैयार कर रही एजेंसी ने नए दर की मांग कर दी है, जबकि प्राधिकरण पांच साल पुरानी दरों पर ही काम कराने की बात को लेकर अड़ा है। जिसके कारण से अभी तक इंटरचेंज का काम शुरू नहीं हो पाया है।
ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।
ये भी पढ़ेंः Grater Noida West की इस पॉश सोसायटी की हैरान करने वाली खबर
इंटरचेंज बनने से हो जाएगी 20 किमी की दूरी कम
आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और ईस्टर्न पेरीफेरल पर जाने के लिए दोनों एक्सप्रेसवे के वाहन चालकों को 15 से 20 किमी घूमना पड़ता है। इसे देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने जगनपुर-अफजलपुर गांव के पास इंटरचेंज बनाने के लिए टेंडर 2019 में हीं निकाला था। लेकिन उस समय किसानों का मामला कोर्ट में फंस जाने के कारण काम शुरू नहीं हो पाया था। अब लगभग 6 माह पहले इस इंटरचेंज का निर्माण शुरू कराने के लिए मुख्य सचिव ने शिलान्यास किया था।
6 महीने में चालू करने की थी तैयारी
इस इंटरचेंज को बनाने के लिए टेंडर की दर और वर्तमान दर में काफी ज्यादा अंतर आने की वजह से लगभग 22 करोड़ रुपये अधिक खर्च आ गया है। अब इसके निर्माण पर लगभग 122 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। शिलान्यास के दौरान छह माह में इसे बनाकर चालू करते हुए नोएडा एयरपोर्ट में उड़ान से पूर्व ही इसे चालू करने का दावा किया गया था। प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही निर्माण एजेंसी के साथ बात चीत की जाएगी और अगर बात नहीं बनती है तो फिर से टेंडर जारी किया जाएगा। चूंकि निर्माण एजेंसी मिट्टी डालने के लिए 22 करोड़ रुपये की मांग कर रही है। इसके लिए अब जल्द ही बैठक करके फैसला लिया जाएगा।
ये भी पढ़ेंः Noida-ग्रेटर नोएडा के 3 लाख लोगों के लिए राहत भरी ख़बर आ गई
22 करोड़ रुपये मिट्टी डालने के लिए अतिरिक्त मांगा
आपको बता दें कि इंटरचेंज बनाने वाली कंपनी ने मिट्टी डालने के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च होने की मांग पिछले दिनों रखी थी, जिसके अनुसार 22 करोड़ रुपये के एस्टीमेट तैयार किया गया था। प्राधिकरण ने इस मांग को एनएचएआई को भेज दिया था। लेकिन अब एनएचएआई ने मानने से मना कर दिया है।