Ghaziabad: अगर आपके पैरेंट्स घर में अकेले हैं तो फिक्र न करें क्योंकि ऐसे ख्याल रख रही ये सोसायटी (Society)। घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की देखभाल गोल्डन टीम (Golden Team) कर रही है। यह टीम इन बुजुर्गों के गेट पर दस्तक देकर उनका हाल-चाल पूछती है और उनकी जो भी जरूरत होती है उसे पूरा कर रही है। जिन बुजुर्गों (Elderly People) के बच्चे उनसे दूर रह रहे हैं उनकी देखभाल (Care) यह टीम करती है।
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आज के समय में कंक्रीट के जंगल में रहने वाले इंसानों के शहरी कल्चर (Urban Culture) में इंसान काफी अकेला हो गया है। अपने फ्लैट के चार-दीवारी के बहार किसी भी इंसान के पास अपने पड़ोसी के लिए बिलकुल भी वक्त नहीं है। फिर चाहें बगल वाले घर में किसी की हत्या हो जाए या कोई सुसाइड कर ले। अब इसी अकेलेपन को दूर कर, अपने पन का अहसास दिलाने के लिए गाजियाबाद (Ghaziabad) के इंदिरापुरम स्थित कई सोसायटीज के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने अपने स्तर पर पहल शुरू की है।
इस टीम को गोल्डन मूवमेंट का नाम दिया गया
आरडब्ल्यूए अपने आस-पड़ोस और अकेले रह रहे सीनियर सिटीजन का हाल-चाल ले रहा है। यहां के अहिंसा खंड 2 की निराला ईडन पार्क सोसायटी (Nirala Eden Park Society) में 10 लोगों की टीम बनाई गई है। इस टीम को गोल्डन मूवमेंट (Team Golden Movement ) का नाम दिया गया है। यहां आरडब्लूए हर महीने सीनियर सिटीजन के लिए टी-पार्टी और हर 3 महीने में लंच की व्यवस्था भी करता है।
व्हाट्सएप पर सीनियर सिटीजन ग्रुप भी है
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष विवेक सिंह भदौरिया (Vivek Singh Bhadauria) ने बताया है कि एक सीनियर सिटीजन ग्रुप बनाया गया है। गोल्डन मूवमेंट (Golden Movement) नाम की इस टीम का काम बुजुर्गों का हाल-चाल जानकर उनकी जरूरत को पूरा करना है। इस टीम में मुख्य रूप से सोसाइटी की महिलाएं अहम भूमिका निभा रही हैं।
सोसायटी के बुजुर्गों को व्हाट्सएप ग्रुप (WhatsApp Group) के जरिए जोड़ा गया है। अगर किसी को कोई समस्या होती है तो वह अपनी बात टाइप करके या रिकॉर्ड करके ग्रुप में डाल सकता है। मैसेज पढ़ते ही ग्रुप के सदस्य फौरन उस बुजुर्ग की मदद के लिए पहुंच जाते हैं। भदौरिया ने कहा इस मिशन के कारण बुजुर्गों को हम अकेलेपन का एहसास नहीं होने देते।