IIT BHU: IIT बीएचयू में लड़की के साथ हुई हैवानियत के करीब दो महीने बाद यूपी पुलिस (UP Police) को सफलता मिली है। आपको बता दें कि घटना को अंजाम देने वाले तीनों शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों की पहचान सामने आने के बाद एक फिर से राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर चर्चा होने लगी है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) हो या कांग्रेस (Congress) आरोपियों की पहचान के बाद से लगातार बीजेपी पर हमला बोल रही हैं।
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सपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तीनों आरोपियों की बचाने की पूरी कोशिश की गई है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने तो तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि यही भाजपा (BJP) की असलियत है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मेरी बात बिल्कुल सही निकली। मुझे निशाना बनाते हुए एफआईआर भी दर्ज कर दी गई थी। लगातार छात्र छात्राएं इसे लेकर विरोध प्रदर्शन करते रहे। जब दबाव काफी बढ़ गया तो पुलिस ने कार्रवाई की है।
रविवार को हुई गिरफ्तारी
आपको बता दें कि बीते रविवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों युवकों की पहचान भेलूपुर थाना क्षेत्र के बृजइंक्लेव कॉलोनी निवासी कुणाल पांडेय, जिवधीपुर (बजरडीहा) का सक्षम पटेल और आनंद उर्फ अभिषेक चौहान के रूप में हुई है। कुणाल पांडेय भाजपा महानगर इकाई में आईटी विभाग का संयोजक है। सक्षम पटेल सह संयोजक है। आनंद इन दोनों के साथ पार्टी के कार्यक्रमों में बराबर हिस्सा लेता रहता है।
जानिए IIT BHU में क्या हुआ था
बता दें कि 1 नवंबर को IIT BHU से बीटेक कर रही छात्रा देर रात हॉस्टल से टहलने के लिए निकली थी। इसी दौरान उसका दोस्त भी मिल गया और दोनों साथ चलने लगे। आईआईटी के पिछले हिस्से में स्थित करमनबीर बाबा मंदिर से थोड़ा पहले बुलेट सवार तीन युवक अचानक पहुंचे और दोनों को पकड़ लिया। तीनों युवकों के पास असलहे थे। जिनके बल पर तीनों ने छात्र और छात्रा को डराया और धमकाया, मोबाइल ले लिया। छात्रा का मुंह दबाकर अलग ले गए और अश्लील हरकतें कीं।
छात्रा के कपड़े उतरवाए और वीडियो बनाया। छात्रा के साथ गैंगरेप किया। आरोपी धमकी देते हुए भाग निकले। छात्रा वहां से भागकर एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई और किसी तरह अपनी जान बचाई। यहां से उसे सुरक्षाकर्मियों तक पहुंचाया गया। अगले ही दिन से बीएचयू में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए धरना प्रदर्शन होने लगा। पुलिस प्रशासन ने किसी तरह छात्रों को शांत कराया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया।
कौन हैं तीनों आरोपी
कांग्रेस ने सोशल मीडिया (Social Media) एक्स पर तीनों आरोपियों की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि 2 महीने पहले BHU के कैम्पस में एक छात्रा का गैंगरेप हुआ। इस मामले को पहले दबाने की कोशिश की गई, जब दबाव बना तो जैसे-तैसे यूपी पुलिस ने FIR लिखीं। घटना के करीब दो महीने बाद 3 लोग पक्कड़े गए हैं। ये सभी BJP के पदाधिकारी है। गिरफ्तारी में देरी शायद इसी कारण से हुई। ये सभी BJP के वरिष्ठ नेताओं के बेहद खास हैं। BJP में इतनी अच्छी पकड़ है कि PM मोदी से सीधे मिलते हैं। BJP IT सेल में अच्छी पोजिशन पर हैं। यही है BJP का चाल चरित्र चेहरा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) के साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीनों की तस्वीर पोस्ट कर भाजपा पर हमला बोला है। अजय राय का कहना है कि तीनों गैंगरेप के आरोपी में कुणाल पाण्डेव बीजेपी आईटी सेल वाराणसी का संयोजक है। इसकी तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी और बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं के साथ है। तो वहीं दूसरा आरोपी सक्षम पटेल भी भाजपा का पदाधिकारी और वर्तमान काशी प्रांत अध्यक्ष दिलीप पटेल का सहयोगी और करीबी है।
अजय राय ने आगे लिखा कि उसी समय आरोपियों को बचाने के पीछे बीजेपी पर अंगुली उठाई थी जिसे लेकर बीजेपी छात्र ईकाई ने विरोध किया और फर्जी मुकदमा मुझ पर दर्ज करा दिया। अजय राय ने कहा दक्षिण भारत की बेटी के साथ गैंगरेप के दो महीने बाद तक तीनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया था। घटना के बाद जिस तरह से शासन प्रशासन इस घटना को दबाने और छिपाने की कोशिश कर रहे थे तभी मैने आशंका जाहिर की थी कि ऐसी बड़ी घटना को छिपाने के पीछे बीजेपी के लोग हैं।
अजय राय ने कहा कि इस घटना के खिलाफ लगातार बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने आन्दोलन किया। इस आन्दोलन को दबाने के लिए छात्र-छात्राओं पर फर्जी मुकदमा भी कर दिया गया, लेकिन पीड़िता ने और कांग्रेस के लोगों ने मीडिया से लेकर सड़क तक हमेशा इसके खिलाफ आवाज उठाये रखी। हमारे प्रवक्ता संजीव सिंह ने लगातार विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक चैनलों पर इस घटना को उठाए रखा। इसी का परिणाम है कि सच आज सामने है।
भाजपा का सच आया सामने- अखिलेश यादव
यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने तीनों आरोपियों की फोटो एक्स पर पोस्ट किया और लिखा कि ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेजाम पम्पले और धूमते भाजपाइयों की नयी फसल, जिनकी सभाकधित जीरो टॉलरेस सरकार में दिखावटी तलाश जारी थी लेकिन पुख्ता सबूतों और जनता के बीच बढ़ते गुस्से के दबाव में भाजपा सरकार को आखिरकार इन पुष्वार्मियों को गिरफ्तार करना ही पड़ा, ये वहीं भाजपाई हैं जिन्होंने बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभवता की सभी सीमाएँ तोड़ दी थी।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि देशभर की एक-एक नारी देख रही है कि भाजपा नारी-सम्मान के साथ कैसा मनमाना खिलवाड़ कर रही है और महिला अत्याचार, उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। आगामी चुनाव में महिलाएँ भाजपा को एक भी वोट नहीं देंगी। महिलाएँ ही भाजपा की हार का कारण बनेंगी अखिलेश ने पूछा कि क्या नारी के सम्मान से खिलवाड़ करने वाले भाजपाइयों को खुली छूट जारी रहेगी।