उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Delhi: राजधानी की हवा इन दिनों बहुत ज्यादा जहरीली हो गई है। आपको बता दें कि दिल्ली (Delhi) की हवा में इस दिनों सामान्य से पांच गुना ज्यादा प्रदूषक कण मौजूद हैं। प्रदूषण (Pollution) कण पीएम 10 का स्तर हवा में 100 से कम होने और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक माना जाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि राजधानी में रविवार शाम चार बजे पीएम 10 का स्तर 475 और पीएम 2.5 का स्तर 390 पर रहा। इस तरह से दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर सामान्य से लगभग पांच गुना ज्यादा है। वहीं, पीएम 10 का स्तर 500 और पीएम 2.5 का स्तर 300 से ऊपर होने पर उसे इमेरजेंसी लेवल माना जाता है। रविवार की सुबह दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों का स्तर लगभग इस स्थिति में पहुंच गया था।
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पिछले सालों की अपेक्षा इस बार दिल्ली में जनवरी से लेकर सितंबर महीने तक प्रदूषण का स्तर कम रहा था। लेकिन बारिश कम होने के कारण अक्टूबर में प्रदूषण सामान्य से ज्यादा रहा। फिर हवा की रफ्तार कम होने और उत्तरी पश्चिमी दिशा से आने वाली हवा के चलते दिल्ली की हवा दमघोंटू हो गई। खासतौर पर पिछले तीन दिन तो दिल्ली वालों के लिए सबसे ज्यादा खराब बीते हैं। इन तीनों दिनों में एक्यूआई 400 के ऊपर रहा है।
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के अनुसार, रविवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 454 अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को अत्यधिक गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। शनिवार को यह सूचकांक 415 था, यानी चौबीस घंटे के अंदरी इसमें 39 अंकों की बढ़ोतरी हुई। दिल्ली के आसमान पर स्मोग की एक मोटी चादर छाई हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ से मिल सकती है राहत
दिल्ली और एनसीआर के लोगों को इस समय कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ ही राहत दिला सकती है। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ के चलते हवा की रफ्तार बढ़ जाती है और कहीं-कहीं हल्की बारिश भी होती है। इससे प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हो जाता है और प्रदूषण की परत साफ हो जाती है, लेकिन फिलहाल इस तरह के पश्चिमी विक्षोभ की उम्मीद कम दिख रही है। इस वजह से माना जा रहा है। कि अगले चार-पांच दिनों के बीच भी राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर ऐसा ही बना रह सकता है।
प्रदूषण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार की सुबह दिल्ली में ओवरऑल एक्यूआई 399 दर्ज किया गया है। वहीं अलग अलग अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर 450 के पार रहा है। पुषा में लगे प्रदूषण मॉनिटरिंग सिस्टम में एक्यूआई 372 दर्ज किया गया। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी में यह आंकड़ा 461 के पार रहा। इसी प्रकार लोधी रोड पर 371, एयरपोर्ट पर 433, नोएडा में 463, मथुरा रोड पर 417 और आयानगर में 392 दर्ज किया गया है।