Chandigarh News: चंडीगढ़ पीजीआई ने गरीब मरीजों (Poor Patients) के लिए फंड बनाया गया। पीजीआई के पुअर पेशेंट वेलफेयर फंड (Poor Patient Welfare Fund) में बड़ा हिस्सा हाई कोर्ट (High Court) की ओर से भी पहुंचता है। हाई कोर्ट में दंडित लोगों को गरीब रोगी निधि में जुर्माना जमा करने का निर्देश दिया जाता है, जो मरीजों के इलाज में खर्च होता है। पढ़िए पूरी खबर…
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आपको बता दें कि हाई कोर्ट (High Court) से आए दान के आंकड़े देखें तो साल 2023 से 2024 के बीच अब तक 89,50,046 रुपए दान किए गए। वहीं पांच सालों में यह अभी तक सबसे बड़ी राशि है। साल 2021, 2022 में सबसे कम 35,78,500 रुपए दान के रूप में आए थे।
पीजीआई प्रशासन (PGI Administration) के मुताबिक कई ऐसी बड़ी संस्थाएं हैं, जिनमें नियमित समय पर मरीजों के लिए दान आता है। हाई कोर्ट भी इन संस्थाओं में से एक है, जो मरीजों की मदद में अहम रोल अदा करता है। कोविड के वक्त यानी साल 2020- 2021 में दान के रूप में 45,30000 रुपए आए थे, लेकिन उसके बाद से राशि में कमी नहीं आई है।
गरीब मरीजों को सेल द्वारा की जाती है मदद
पुअर पेशेंट सेल (Poor Patient Cell) हर साल गरीबी रेखा से नीचे 10 हजार मरीजों का न सिर्फ खर्च वहन करता है, बल्कि नई जिंदगी देने में भी मदद कर रहा है। पब्लिक डोनेशन, गवर्नमेंट ग्रांट और पेशेंट गाईडेंस के जरिए गरीबी रेखा से नीचे मरीजों की मदद की जाती है। एक्सीडेंटल, ट्रामा, इमरजेंसी, किडनी, वार्ड में दाखिल गंभीर मरीज, न्यूरो से संबंधित मामलों के साथ- साथ कई अन्य बीमारियों के गरीब मरीजों को सेल द्वारा मदद की जाती हैं।
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ऑनलाइन दान से भी मदद
पीजीआई (PGI) ने मरीजों की मदद के लिए कुछ साल पहले ऑनलाइन दान भी शुरू किया है जिस वेबसाइट पर शुरू किया है। वह वेब पेज पर डोनेट फॉर पुअर पेशेंट पर क्लिक कर यूजर इस्तेमाल कर सकता है। ऑनलाइन पारदर्शिता के लिए यूजर्स ऑनलाइन रसीद भी डाउनलोड कर सकता है।