Greater Noida: यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West) के लोगों को जाम से मुक्ति दिलवाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके पर्थला फ्लाईओवर(Parthala Flyover) का निर्माण करवा दिया। बावजूद इसके सुबह-शाम जाम में कोई भी कमी नहीं दिख रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन लोगों को जाम का सामना न करना पड़ता हो। चार मूर्ति से नोएडा की तरह जाने वाली सड़क पर रोजाना लोगों को घंटों जाम का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि 10 मिनट की दूरी नापने में कभी तो घंटों का समय लग जाता है।
यूटर्न बना जाम का सबसे बड़ा कारण
आपको बता दें कि ताज हाईवे से चार मूर्ति की तरफ 7 एवेन्यू के सामने संकरा यूटर्न (U turn) है, जिसकी वजह से दोनों ओर से आने वाले वाहन फंस जाते हैं। अगर कोई बड़ी गाड़ी यूटर्न ले रही हो तो वह बीच में ही फंसकर खड़ी हो जाती है और पीछे के वाहनों की लंबी लाइनें लग जाती है। यूटर्न के सामने 7 एवेन्यू सोसाइटी है। वहां से भी गाड़ियां निकलती हैं। इससे वहां तीनों ओर से आने वाली गाड़ियां एक जगह पर फंस जाती हैं। इस हालात से सोसाइटी के लोगों को काफी परेशानी होती है।
यातायात अनुशासन की कमी
अक्सर जाम का कारण वाहन चालकों में यातायात नियमों का न मानना होता है। लोग एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) का अनदेखी करते हैं। चंद लोगों के नियम तोड़ने के कारण सैकड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जब गाड़ी यूटर्न लेती है तो दूसरी साइड में सामने से आ रही गाड़ियां भी आगे निकलने की कोशिश में रहती हैं। वहां भी आगे निकलने की होड़ जाम का कारण बन जाती है। इस प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस के न रहने के कारण भी लोग मनमानी करते हैं। लोगों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक की कमी के कारण समस्या काफी गंभीर हो जा रही है।
ट्रैफिक बढ़ते प्रदूषण का कारण
सड़क पर जाम से न सिर्फ लोगों का टाइम ज्यादा लगता है बल्कि इससे प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा होता है। इस इलाके लोग पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। उस पर से ट्रैफिक जाम यहां के लोगों की सेहत पर भी बुरा असर डाल रहे हैं। जाम में फंसे लोग अपने वाहनों के इंजन बंद नहीं करते हैं। इससे सबसे अधिक प्रदूषण होता है।