ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रह रहे लाखों लोगों की सहूलियत के लिए प्राधिकरण की तरफ से FOB(फुटओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। ताकि ट्रैफिक के बीच सड़क पार करके दूसरी तरफ जाने में दिक्कत ना हो। इसके लिए जगह-जगह एफओबी बनाने का काम भी शुरू हो गया है। लेकिन इस बीच ख़बर ये आई कि Artha Sez और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के पास फुटओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। जिसकी जानकारी सीईओ एनजी रवि कुमार को दी गई। सीईओ ने इसे गंभीरता से लिया है। सीईओ ने फुटओवर ब्रिज के निर्माण पर तत्काल रोक लगाते हुए जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट भी मांगा है। अब तक जितना निर्माण हो चुका है, उसे भी तोड़ने के निर्देश दिए है। सीईओ ने संबंधित कॉन्ट्रैक्टर को नोटिस जारी कर ब्लैक लिस्ट करने के निर्देष दिए हैं। साथ ही कार्य में लापरवाही मानते हुए इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वासियों की सुविधा को देखते हुए सीईओ एनजी रवि कुमार ने जरूरत के हिसाब से सभी सार्वजनिक जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को सड़क पार करने में सुविधा हो सके। इनमें से ही एक फुटओवर ब्रिज ग्रेटर नोएडा वेस्ट में निराला एस्टेट और सुपरटेक ईको विलेज के पास बनाया जाना था, लेकिन कॉन्ट्रैक्टर ने प्राधिकरण से अनुमति के बिना लोकेशन बदल दिया। कान्ट्रैक्टर निराला एस्टेट के पास वाले एफओबी को अर्थ एसईजेड के पास और सुपरटेक ईको विलेज -1 वाले फुटओवर ब्रिज को निजी अस्पताल के पास बनाने लगा। सीईओ ने ग्रेटर नोएडावासियों से सर्वाधिक जरूरत वाले जगहों की लोकेशन पर सुझाव देने की अपील की है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1 के पास मौजूद पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास सुबह और शाम बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। सड़क के दूसरी तरफ तमाम स्कूल भी हैं। ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों को स्कूल तक छोड़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जाहिर है अगर सुपरटेक इकोविलेज-1 के पास फुटओवर ब्रिज बनेगा तो ना सिर्फ लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी बल्कि लोग आसानी से सड़क के दूसरी तरफ जा सकेंगे।