Jyoti Shinde,Editor
17 जुलाई को अजनारा होम्स से आई एक ख़बर दिन भर सुर्खियों में रही। एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक फ्लैट की छत का मलबा नीचे गिरा दिखाया गया। जो जानकारी ज्यादातर मीडिया हाउस को थी उसके मुताबिक छत का मलबा सुबह-सुबह गिरा था। सोसायटी के K टावर का फ्लैट नंबर- 1205
वीडियो के मुताबिक मलबा पलंग पर गिरा था लेकिन किसी को नुकसान पहुंचने की कोई ख़बर सामने नहीं आई। लेकिन जब ख़बरीमीडिया को खुद फ्लैट में रहने वाले परिवार ने फोन करके आपबीती सुनाई तो वाकई घटना रोंगटे खड़े कर देने वाली थी।
पूरा मामला जानिए
घटना 16 जुलाई देर रात तकरीबन 1.30 बजे की है। पीड़िता कीर्ति कुमार के मुताबिक देर रात जब वो और उनके पति सो रहे थे तब अचानक जोर की आवाज़ हुई। पति मुकुल के चीखने की आवाज़ सुनकर कीर्ति डर गईं। लाइट जलाई तो देखा कि मुकुल के सिर से खून बह रहा है। छत से बड़ा सा प्लास्टर का टुकड़ा पलंग पर गिरा था।
किसी तरह फर्स्ड एड देकर खून को बहने से रोका गया। जख्म पर दवा लगाई। पूरी रात परिवार सो नहीं सका। क्योंकि पति-पत्नी के अलावा घर में तीन उनकी मां-बहन और भाई तीनों ही मौजूद थे। कीर्ति के मुताबिक जब उन्होंने मेंटनेंस को फोन किया तो कोई सधा हुआ जवाब नहीं मिला। ऐसे में कीर्ति ने सुबह होने का इंतज़ार किया।
मेंटनेंस पर अनदेखी का आरोप
कीर्ति का आरोप है कि सुबह जब मेंटनेंस के लोग फ्लैट में पहुंचे तो मामले को गंभीरता से लेने की जगह वो मुस्कुराते दिखे और लीपापोती में लग गए। मेंटनेंस वाले समझाने लगे कि ये सब होता रहता है बाहरी लोग मामले को और बढ़ा देंगे..तो आप ज्यादा किसी से इस पर बात ना करें..ठीक तो हमें ही करना है।
कीर्ति इन बेवजह की बातें सुनने की जगह पति को चेकअप के लिए हॉस्पिटल ले गईं। जहां मुकुल के कुछ टेस्ट भी हुए। करीब 10 हजार रुपए का बिल भी बना क्योंकि मामला सिर पर लगी चोट का था। हालांकि मुकुल ठीक हैं। मुकुल पेशे से वोकल आर्टिस्ट हैं जबकि पत्नी कीर्ति IT में हैं।
लेकिन सवाल ये है कि इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है। वो तो ऊपर वाले का शुक्र है कि ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। नहीं तो सिर पर ज्यादा चोट लगती तो मामला बिगड़ भी सकता था।
चलिए मान लीजिए कि हादसा हुआ तो मेंटनेंस का क्या फर्ज बनता है कि मामले की लीपापोती करे या पीड़ित के साथ सहानुभूति दिखाए। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तमाम सोसायटी ऐसी हैं जहां फ्लैट को लाखों के हैं लेकिन कंस्ट्रक्शन क्वालिटी बिल्कुल ज़ीरो। और इस तरह के जानलेवा हादसे कई बार सामने आ चुके हैं। सवाल बहुत हैं लेकिन जवाब शायद ही किसी के पास हो। और पूरे मामले पर बिल्डर खामोशी से सब कुछ देखते और सुनते रहते हैं…लेकिन करते कुछ नहीं है।
सोसायटी के फ्लैट खरीदारों ने सीएम योगी से मामले पर दख़ल देने की अपील की है। क्योंकि सवाल उनकी जान का है।