बड़ी ख़बर ग्रेटर नोएडा बिसरख जलालपुर से आ रही है। पुलिस ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अधिगृहीत जमीन पर कॉलोनी काटने और उसे विला बनाकर बेचने के आरोप में 9 भू-माफिया और कॉलोनाइजरों के खिलाफ़ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने प्राधिकरण की करीब 2 हजार करोड़ की जमीन बेच दी। पुलिस ने जांच एसटीएफ से कराने के लिए शासन को पत्र भेजा है।
क्या है पूरा मामला?
वर्क सर्किल के सहायक प्रबंधक गौरव ने दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि बिसरख जलालपुर के खसरा संख्या 773 पर अवैध निर्माण किया गया है। बिना प्राधिकरण की अनुमति के भू माफिया द्वारा खसरा संख्या 773 के 5.1620 हेक्टेयर पर कब्जा किया गया। जमीन पर इलाहाबाद हाइकोर्ट का स्टे है। गौरव ने बताया कि प्राधिकरण ने जमीन और उस पर बने मकान एवं विला की रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी और निबंधन विभाग को पत्र भेज दिया है।
डीएम ने तत्काल प्रभाव से रजिस्ट्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। एनपीसीएल को भी बिजली के कनेक्शन न देने और जो कनेक्शन पूर्व में दिए जा चुके हैं, उन्हें काटने के लिए पत्र भेजा गया है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति ने बताया कि मामले में वर्क सर्किल के सहायक प्रबंधक की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
डूब क्षेत्र में भी बस गई हैं अवैध कॉलोनी
बिसरख में प्राधिकरण की दो हजार करोड़ की जमीन बेचने का यह कोई अकेला मामला नहीं है। हिंडन नंदी के डूब क्षेत्र में प्राधिकरण ने 300 करोड़ रुपये से जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर भी कालोनाइजरों ने अवैध कॉलोनी बसा दी। बैनामा ऐसी भूमि का किया गया, जो पानी के बहाव के अंदर वाली जमीन है।