ग्रेटर नोएडा: Airport का ख़्वाब दिखाकर 1400 प्लॉट ख़रीदारों के साथ धोखा

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में 1400 फ़्लैट ख़रीदारों से जुड़ी बड़ी और हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। ग्रेटर नोएडा की एसडीएस NRI टाउनशिप (SDS NRI Township) का मंजर देखेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे। यह यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) का इलाका है । यहां 1400 बायर्स ने अपना प्लॉट (Plot) 14 साल पहले खरीदा था और उसी समय बिल्डर ने पूरे पैसे ले लिए थे लेकिन आज तक 1400 में 800 लोगों को अब तक प्लॉट (Plot) नही हीं सका है। टाउनशिप में न तो बिजली है और न ही पानी। बड़ी समस्या के साथ यकां कुछ लोग रह रहे हैं।

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Pic Social media

स्थानीय लोगों ने बताया कि सपनों के आशियाने को खोजते खोजते ग्रेटर नोएडा पहुंचे थे और यहां आकर फंस गए। जीवन भर की पूरी कमाई लगा दी है अब कहीं के नहीं रह गए हैं। दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन कोई भी कुछ को सुन भी नहीं रहा है। अथॉरिटी जाते हैं तो बिल्डर के पास भेजा जाता है। बिल्डर के पास जाते हैं तो अथॉरिटी के पास भेज देता है। कोई हमारी परेशानी सुनने को तैयार नहीं है।

मकान की उम्मीद में बीत गए 10-15 साल

एक मीडिया की टीम जब पीड़ितों से बातचीत करने यहां पहुंची तो टाउनशिप में प्लॉट लेने वाले अदब सिंह ने बताया कि 14 साल पहले हमने प्लॉट बुक करवाया था। बैंक (Bank) और ऑफिस से लोन लेकर उस समय एग्रीमेंट के अनुसार प्लॉट बुक करवाया था। बिल्डर को सारा पेमेंट कर दिया। उम्मीद थी कि कि हम यहां पर मकान बनाकर अपने बच्चों और परिवार के साथ रहने लगेंगे। लेकिन मेरा सपना चकनाचूर हो गया क्योंकि बिल्डर ने यहां कुछ नहीं किया। हमने जिस बैंक से लोन लिया था उसका EMI भी भर रहे हैं। उसका ब्याज भी दे रहे हैं और आज भी किराए के मकान में रह रहे हैं। मकान की उम्मीद में 10 से 15 साल बीत गए लेकिन घर नहीं मिला। हमारा भी कुछ पता नहीं है कि हम यहां पर घर बना पाएंगे या नहीं। यमुना अथॉरिटी में शिकायती की। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

न लाइट, न पानी की है व्यवस्था

इस टाउनशिप में प्लाट खरीद चुके तरुण शर्मा ने बताया कि यहां पर 1400 वायर्स हैं। जिन्होंने अपना पैसा लगाया इस उम्मीद से कि उन्हें अपने सपनों का आशियाना मिलेगा। यहां वह अपने मनपसंद घर बना पाएंगे। लेकिन यहां पर ना लाइट की व्यवस्था हमें दी गई ना ही पानी की कोई व्यवस्था की गई है। ना ही बिल्डर कोई समस्या सुनता है। 1400 प्लॉट में से अभी भी 800 वायर्स घूम रहे हैं जिनकी रजिस्ट्री भी नहीं हुई। हमने प्लॉट खरीदा लेकिन इस पर घर नहीं बना सकते हैं।ऑथोरिटी के पास जाते है तो घर का नक्शा पास नही होता, क्योंकि टाउनशिप का नक्शा ही 2018 से रिन्यू नहीं हुआ है।

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26 लाख में खरीदा प्लॉट लेकिन फिर भी हो रहे परेशान

टाउनशिप में 26 लाख रुपये देकर अमर सिंह ने प्लॉट खरीदा था। अब जरूरी सुविधाएं न मिलने की वजह से अधिकारियों के दफ्तर पर चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहां पर मुझे प्लाट दिया गया वहां की स्थिति बहुत खराब है। बिल्डर ने मेरे प्लॉट की सारी मिट्टी निकलावा ली। ना पानी है ना बिजली हम यहां पर घर बनवाए तो कैसे बनवाएं। ना यहां का नक्शा पास हो पाता है। हम लोग पूरी तरह फंस गए हैं यमुना अथॉरिटी के साथ कई दफा मीटिंग हुई लेकिन सिर्फ आश्वासन मिलता है और कुछ नहीं अब जो कर सकती है सरकार कर सकती है।