Good news for flat buyers in Lucknow

लखनऊ में फ़्लैट ख़रीदने वालों के लिए ख़ुशख़बरी..पढ़िए डिटेल

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Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फ्लैट खरीदने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। आपको बता दें कि कानपुर रोड पर एलडीए (LDA) की तीन योजनाओं में बने अपार्टमेंटों के फ्लैटों की कीमतें में 10 लाख तक कम होंगी। इसके लिए एलडीए (LDA) ने प्रस्ताव भी बना लिया है। जुलाई के पहले सप्ताह में प्रस्तावित बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। इसमें कानपुर रोड योजना की रश्मि लोक अपार्टमेंट (Rashmi Lok Apartment), अनुभूति अपार्टमेंट (Anubhuti Apartment) और सृजन अपार्टमेंट के फ्लैटों की कीमतों को कम किया जाएगा।
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बता दें कि एलडीए (LDA) एक बार फिर अपने फ्लैटों की कीमतों को कम करने की तैयारी में है। इस योजना के फ्लैट बिक नहीं पाए थे। जिसके कारण से प्राधिकरण इनकी कीमतें कम करने की तैयारी में है। इससे पहले भी प्राधिकरण अपनी कुछ योजना के फ्लैटों की कीमतों में कम कर चुका है। फिलहाल कानपुर रोड मानसरोवर योजना और शारदानगर योजना में बने रश्मिलोक, अनुभूति और सृजन अपार्टमेंट के फ्लटों की कीमतें कम होंगी।

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एलडीए के नए और पुराने सभी आवंटियों के लिए ब्याज दरों में कुछ बदलाव नहीं किया जाएगा, सभी के लिए एक समान ब्याज दरें होंगी। एलडीए ने बीते साल अपनी ब्याज दरें कम कर दी थी। इसे एमसीएलआर प्लस एक प्रतिशत कर दिया गया था, जो करीब 9 प्रतिशत है। इसके बाद फ्लैट और दूसरे व्यावसायिक सम्पत्ति खरीदने वालों से इसी दर पर ब्याज लिया जा रहा है। जबकि पुराने कई खरीदारों से पुरानी दर पर ब्याज लिया जा रहा है। जो 11 प्रतिशत है। बोर्ड में प्रस्ताव रखा जा रहा है कि जब से एलडीए ने ब्याज दरें कम की है तब से पुराने खरीदारों से भी नयी निर्धारित ब्याज दरें ही ली जाएं।

कास्टिंग में गड़बड़ी पर केवल देना होगा मूल रकम

एलडीए भवन खरीदारों (LDA Building Buyers) को एक और राहत देने वाला है। प्रस्ताव है कि पहले मकान खरीदते समय अगर प्राधिकरण के स्तर से मकान की गणना करने में कोई गलती हो जाती है। मकान और सम्पत्ति की कीमत कम जमा होती है तो सम्बंधित भवन स्वामी से केवल अन्तर की धनराशि ही ली जाएगी। जब भी मामला पकड़ा जाएगा उससे केवल अन्तर की धनराशि ली जाएगी। उस रकम पर ब्याज नहीं देना होगा। जबकि अगर किसी की सम्पत्ति की गणना में कीमत कम लगी होती है तो उससे उस समय से वर्तमान तक ब्याज भी लिया जाता है। इससे लोगों को बहुत कीमत चुकानी पड़ती है।