एक और खुशख़बरी जो आपका इंतजार कर रही है। नोएडा, गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों को इस साल जुलाई तक नया तोहफा मिल सकता है। सराय काले खां में रिंग रोड पर नया हाफ-फ्लाइओवर बनकर तैयार होने वाला है। इससे गाजियाबाद, नोएडा से दिल्ली आने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा। साथ ही दिल्ली आने में लगने वाले टाइम की भी बचत होगी। सराय काले खां बस टर्मिनल के पास आने वाले फ्लाईओवर का 70% से अधिक काम पूरा हो चुका है। लोक निर्माण विभाग को उम्मीद है कि इस साल जुलाई के अंत तक ट्रैफिक के लिए तैयार होने की उम्मीद है।
साउथ दिल्ली पहुंचना होगा आसान
रिंग रोड पर नए फ्लाईओवर का निर्माण पिछले साल जुलाई के आसपास शुरू हुआ था। ऐसे में पीडब्ल्यूडी को उम्मीद है कि प्रोजेक्ट तय टाइम लिमिट में पूरा हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि हम जुलाई के आसपास फ्लाईओवर का निर्माण पूरा कर लेंगे। इसका 70% काम पूरा हो चुका है। यह प्रोजेक्ट नोएडा और गाजियाबाद के एनसीआर शहरों और आईटीओ क्षेत्र से आश्रम की ओर और आगे दक्षिण दिल्ली तक यात्रा करने वाले लोगों के लिए सफर का आसान बनाएगा।
540 मीटर लंबा सिंगल, थ्री-लेन फ्लाईओवर
आईटीओ से आश्रम की ओर जाने वाले वाहनों के लिए रिंग रोड पर सराय काले खां, टी-जंक्शन पर मौजूदा सिंगल फ्लाईओवर के साथ-साथ 540 मीटर लंबा सिंगल, थ्री-लेन फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। पिछले साल जून में, परियोजना को दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन और सड़क इंजीनियरिंग ओवरसियर यूटीटीआईपीईसी से मंजूरी दी गई थी। प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी किया गया था। पीडब्ल्यूडी के अनुसार, नया फ्लाईओवर सराय खां, आईएसबीटी और टी-जंक्शन पर ट्रैफिक को कम करने में मदद करेगा। यहां रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम स्टेशन आ रहा है। यहां निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहले से ही एक ट्रांसपोर्ट हब के रूप में मौजूद है।
अभी इन जगहों पर लगता है जाम
पीडब्ल्यूडी को उम्मीद है कि एलिवेटेड रोड, सराय काले खां के टी-जंक्शन पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के मर्ज के कारण रिंग रोड के इस बिजी हिस्से का ट्रैफिक बोझ भी कम कर देगी। फिलहाल मयूर विहार और नोएडा से एक्सप्रेसवे के माध्यम से आने वाले और सराय काले खां बस स्टैंड पर मर्ज होने वाले वाहन विपरीत दिशाओं में आईटीओ या आश्रम और दक्षिण दिल्ली के अन्य हिस्सों तक पहुंचने के लिए मौजूदा फ्लाईओवर का यूज करते हैं। बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर की तरफ जाने वाली सड़क के लिए डायवर्जिंग पॉइंट पर, आरआरटीएस के एक पिलर के निर्माण के कारण ट्रैफिक स्लो हो जाता है। पीडब्ल्यूडी के मुताबिक, फ्लाईओवर को एक अन्य फ्लाईओवर परियोजना (एक्सप्रेस-वे के करीब) के साथ एकीकृत करने की भी योजना है। एजेंसी मौजूदा फुटपाथ, ड्रेनेज सिस्टम, लैंडस्केपिंग, रोड साइनेज, रोड सेफ्टी फिक्स्चर और अन्य में भी सुधार करेगी।
(सौ. एनबीटी)