Ghaziabad News: गाजियाबाद से एक बार फिर से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। आपको बता दें कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम की रहने वाली 66 वर्षीय स्नेहा गुप्ता के साथ 19.97 लाख रुपये की ठगी हो गई। स्नेहा गुप्ता ने इंटरनेट (Internet) से नंबर निकालकर वाशिंग मशीन की सर्विस के लिए कस्टमर केयर को फोन की थी। शातिरों ने प्रतिनिधि को घर भेजने की बुकिंग करने के नाम पर लिंक भेजकर 10 रुपये का पेमेंट करने को कहा। इसके बाद फोन हैक कर खाते से लगभग 20 लाख रूपये निकाल लिए। इस मामले में उन्होंने साइबर अपराध थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।
ये भी पढ़ेंः Aiims दिल्ली में मरीज़ को दिखाने जाने से पहले ये ख़बर पढ़ लीजिए
स्नेहा गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इंटरनेट से नंबर निकालकर कॉल की तो कॉल उठाने वाले व्यक्ति ने मैकेनिक को घर भेजने की बात कही। इसके लिए उसने उन्हें एक लिंक भेजा और उस लिंक के माध्यम से 10 रुपये का पेमेंट करने को बोला। उन्होंने उसके कहे अनुसार किया तो उनके खाते से 10 रुपये की जगह पर लगभग 86 हजार रुपये निकले। उन्होंने इसकी शिकायत की तो शातिर ने समाधान करने के नाम पर उनके तीन खातों से 19.97 लाख रुपये उड़ा दिए। एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद का कहना है कि ठगों को ट्रेस करने के लिए टीम लगी है। ठगी गई रकम को वापस कराने का प्रयास किया जा रहा है।
कारोबारी के खाते से 41.83 लाख गायब, बैंक पर केस
गाजियाबाद से ही ठगी का दूसरा मामला भी सामने आया है जहां एक कारोबारी राकेश कुमार मोदी के फर्म के खाते से 41.83 लाख रुपये निकल गए। उनकी फर्म का खाता दिल्ली की स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की शाखा में है। उन्होंने बैंक से संपर्क किया तो अधिकारियों ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। आरोप है कि बैंक अधिकारी ने कहा कि आपके द्वारा रिक्वेस्ट भेजने पर ही भुगतान किया गया है लेकिन राकेश कुमार का कहना है कि उन्होंने कोई भुगतान के लिए रिक्वेस्ट नहीं भेजी थी। इस मामले में उन्होंने बैंक के खिलाफ साइबर अपराध थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। एडीसीपी अपराध का कहना है कि मामले में जांच चल रही है।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर महिला से ठगी
गाजियाबाद से ठगी का एक और मामला सामने आया है जहां विजयनगर के प्रताप विहार की रहने वाली शैली भाटिया से साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 19.97 लाख रुपये की ठगी कर लिए। ठगों ने रुपये निवेश करने पर अच्छी कमाई का झांसा देकर रुपये निवेश कराए। शैली ने बताया कि उन्होंने रुपये निवेश किए तो उनके बनाए गए वॉलेट में मुनाफे समेत रकम दिखाई देने लगी। धीरे-धीरे शातिरों ने मोटी रकम निवेश करा ली।
उन्होंने उन्हें निकालने की कोशिश की तो ठगों निवेश की गई रकम को निकालने के और रुपये निवेश करने का नियम बताकर ठगी की। ऐसा करके कई बार में 19.97 लाख रुपये निवेश करा लिए। जब रकम वापस नहीं मिली तो उन्हें ठगी का पता चला। इस मामले में उन्होंने साइबर अपराध थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद ने कहा कि ठगी गई रकम को फ्रिज कराकर वापस कराने का प्रयास किया जा रहा है। शातिरों को ट्रेस करने के लिए टीम लगी है।