उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
रियल इस्टेट कंपनी में निवेश का झासा देकर आए दिन धोखाधड़ी का मामला सामने आता रहता है। कुछ ऐसा ही एक बार फिर नोएडा में रियल इस्टेट कंपनी में निवेश कराने के नाम पर एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। नोएडा के सेक्टर-35 में रहने वाले मोहन पाल रावत ने कोर्ट में अर्जी दी है कि मेसर्स वरदान लाईस्पेसिस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है।
ये भी पढ़ें: Noida में इलेक्ट्रिक कार- स्कूटर रखने वालों की मुश्किलें बढ़ी
ये भी पढ़ें: हिमाचल में आसमानी आफ़त.. 250 से ज्यादा की मौत
इस कंपनी का काम रियल इस्टेट का है और यह कंपनी अवासीय व व्यवसायिक प्रोजेक्ट को विकसित करने का काम करती है। इस कंपनी से जुड़े हुए आशीष अग्रवाली पीडि़त के दोस्त हैं। वर्ष 2015 में आशीष अग्रवाल ने पीडित मोहन पाल को बताया कि मेसर्स वरदान लाईस्पेसिस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मेरठ में फ्लैट बना रही है। इसके कागजात भी दिखाए और झासा देकर एक करोड़ रुपये का निवेश करा दिए। आशीष अग्रवाल ने पीडित मोहन पाल को बताया कि फ्लैट में बहुत ज्यादा मुनाफा होने वाला है, जिसकी बातों में आकर मोहन पाल ने रुपये आशीष को दे दिए।
पैसे देने के बाद पता चलता है कि जिस प्रोजेक्ट के नाम पर एक करोड़ रुपये लिए गए थे। उसके लिए मेरठ में कोई जमीन ही नहीं खरीदी गई है। जब मोहन पाल जाना तो इसका विरोध करना शुरू किया तब आरोपियों ने दूसरे प्रोजेक्ट में शामिल कराने की बात कही। इसके बाद अब तक न तो पैसे वापस किए गए न ही किसी प्रोजेक्ट में शामिल कराया गया।
दस लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
नोएडा के थाना सेक्टर 24 के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने जानकारी दी कि कोर्ट के आदेश पर इस मामले में मेसर्स वरदान लाईस्पेसिस प्राइवेट लिमिटेड, कंपनी के डायरेक्टर धीरज जैन, चिराग गुप्ता, नीरू जैन, आशीष अग्रवाल समेत दस लोगों पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।