Earthquake

Delhi-NCR में भूकंप से हड़कंप..दहशत में लोग

Trending दिल्ली NCR हरियाणा
Spread the love

दिल्ली एनसीआर में Earthquake से कांपी धरती, दहशत में आए लोग

Delhi-NCR: दिल्ली एनसीआर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद (Faridabad) में गुरुवार को 2 बार भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए। जिससे आज भी लोग दहशत में हैं और काफी डर गए हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि दोनों बार भूकंप की तीव्रता काफी कम थी और इससे जान-माल का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। पहला भूकंप 10.54 बजे आया। इसके बाद 11.43 बजे भी भूकंप का दूसरे झटका महसूस किया गया।
ये भी पढ़ेंः Greater Noida में अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच.. जानिए कब होगा मुकाबला?

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक 10 बजकर 54 मिनट पर हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर अंदर थी। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.4 आंकी गई। वहीं, दूसरी बार 11 बजकर 43 मिनट पर भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस हुए। इस बार भी भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर अंदर ही था। भूकंप के दूसरे झटके की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 2.4 रही।

जानिए क्यों आते हैं भूकंप?

आपको बता दें कि इन दिनों देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप (Earthquake) की घटनाओं कुछ ज्यादा ही होने लगी हैं। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर चक्कर लगाती रहती हैं या घूमती रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।

ये भी पढे़ंः Noida-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों के लिए अच्छी ख़बर आ गई

20 हजार भूकंप आते हैं हर सला

हर साल दुनिया में लगभग 20 हजार भूकंप (Earthquake) आते हैं लेकिन उनकी तीव्रता बहुत कम होती है इसलिए ज्यादा नुकसान नहीं होता है। नेशनल अर्थक्वेक इंफोर्मेशन सेंटर इन भूकंप को रिकॉर्ड करता है। जानकारी के अनुसार, 20 हजार में से केवल 100 भूकंप ऐसे होते हैं, जिनसे नुकसान होता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप हिंद महासागर में 2004 में आया था। ये भूकंप 10 मिनट तक महसूस हुआ था।

जानिए कैसे लगाया जाता है भूकंप की तीव्रता का अंदाजा

रिक्टर स्केल पर 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से भूकंप की जानकारी मिलती है।
2 से 2.9 बहुत कम कंपन महसूस होता है।
3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास ने गया।
4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है।
5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिलने लगता है।
6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है।
7 से 7.9 इमारतें गिरने लगती हैं।
8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही।
9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा।