Rahul Dravid: भारतीय टीम के महान बल्लेबाज और मौजूदा समय में टीम इंडिया (Team India) को अपनी बेहतरीन कोचिंग से नया आयाम देने वाले राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का सपना एक बार फिर टूट गया जब विश्वकप ट्रॉफी जीतते जीतते रह गए और भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने मात देकर विश्वकप ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया।
ये भी पढ़ेंः Delhi छोड़ CSK के साथ जुड़ेंगे ऋषभ पंत! पूर्व क्रिकेटर ने कर दिया ऐलान
ये भी पढ़ेंः IND के खिलाफ सीरीज से पहले SA टीम में बड़ा उलटफेर,बदल डाली पूरी टीम
लेकिन अब राहुल द्रविड़ का विश्वकप (World Cup) न जीत पाने का अधूरा सपना पूरा करने के लिए उनके दोनों बेटों ने कमान संभाला है। जिसका मैच देखने अपनी छुट्टियों में राहुल द्रविड़ खुद स्टेडियम पहुँच गए।
राहुल द्रविड का सपना पूरा करने के लिए उनके बेटे समित (Samit) और अन्वय ने अपने खेल से सभी को हैरान कर दिया है। यही नहीं द्रविड़ के छोटे बेटे अन्वय ने काम ही कुछ ऐसा किया है कि चारों ओर उनकी ही चर्चा हो रही है। अन्वय द्रविड़ इस वक्त विजय मर्चेंट ट्रॉफी में कर्नाटक (Karnataka) की कप्तानी कर रहे हैं और बतौर कप्तान उन्होंने कमाल की पारी खेली है।
उत्तराखंड के खिलाफ अन्वय ने शानदार अर्धशतक लगाया। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 133 गेंदों में 59 रनों की पारी खेली और उनके बल्ले से 8 चौके निकले। अब आप सोच रहे होंगे कि कि अन्वय ने 59 रन ही तो बनाए हैं, इसमें इतनी बड़ी बात क्या है? अन्वय की ये पारी इसलिए खास है क्योंकि जिस एसीए स्टेडियम की पिच पर ये मैच हो रहा था वो बल्लेबाजी के लिए काफी मुश्किल थी और इसके बावजूद अन्वय ने अपनी टीम की ओर से टॉप स्कोर बनाया।
यही नहीं राहुल द्रविड़ विश्वकप के बाद फिलहाल छुट्टियों पर हैं और छुट्टी पर होने के बाद भी द्रविड़ क्रिकेट से दूर नहीं रह पाए और अपने बड़े बेटे समित का मैच देखने पत्नी विजेता के साथ मैदान पर बैठे हुए नजर आए। द्रविड़ और उनकी पत्नी विजेता अपने बेटे समित को खेलते हुए देखने के लिए मैदान पर नजर आए थे। समित इस समय कूच बिहार ट्रॉफी में तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के बीच मैच में हिस्सा ले रहे थे।
राहुल द्रविड़ के दो बेटे हैं, जो पेशेवर क्रिकेट खेल रहे हैं। इस साल 18 साल के हुए समित ने कर्नाटक के लिए वीनू मांकड ट्रॉफी में हिस्सा लिया हैं। वहीं, द्रविड़ के छोटे बेटे अनवय को कर्नाटक अंडर-14 टीम का कप्तान बनाया गया है। पता हो कि राहुल द्रविड़ दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम के साथ दोबारा जुड़ेंगे।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 3 विश्वकप मैच में हिस्सा लिया है और तीनों में उन्हें हार मिली थी। 1999 और 2003 इन दोनों वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ बतौर प्लेयर टीम इंडिया का हिस्सा थे। 2007 के वर्ल्ड कप में कोच ग्रेग चैपल ने उन्हें कप्तान बनाया, लेकिन टीम ग्रुप राउंड में ही हारकर बाहर हो गई। तो वहीं 2003 में टीम फाइनल में जाकर ऑस्ट्रेलिया से हार।20 साल बाद बतौर कोच द्रविड़ को ट्रॉफी उठाने का एक सुनहरा मौका मिला था लेकिन वहां भी ऑस्ट्रेलिया से हार कर उनका सपना पूरा होते होते रह गया।