Dr. Mahesh Sharma: देशभर में लोकसभा चुनाव को लेकर जोरों शोरों पर तैयारियां चल रही है। सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने भी अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें एक बार फिर गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा (Dr.Mahesh Sharma) को चुनावी मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी ने डॉक्टर महेश शर्मा (Dr.Mahesh Sharma) को चौथी बार टिकट दिया है। सबसे पहले डॉक्टर महेश शर्मा ने बीजेपी (BJP) के टिकट पर साल 2009 में चुनाव लड़ा था। उसमें उनको हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में लगातार भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर सांसद बने। और अभी तक वह गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) के सांसद हैं।
ये भी पढ़ेंः डॉ. महेश शर्मा का प्रयास..डबल इंजन सरकार के प्रयास से यूपी का विकास
जानिए डॉ.महेश शर्मा का सफरनामा
गौतमबुद्ध नगर से लगातार चौथी बार डॉ महेश शर्मा चुनावी मैदान में हैं। डॉ.महेश शर्मा ने पहली बार वर्ष 2019 में चुनाव लड़ा था। उस दौरान उनको हार का सामना करना पड़ा था। डॉक्टर महेश शर्मा और सुरेंद्र सिंह नागर के बीच में जोरदार टक्कर हुई थी। जिसमें सुरेंद्र सिंह नागर को जीत मिली थी। उसके बाद साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में डॉक्टर महेश शर्मा ने जीत दर्ज की। उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र भाटी को हराया। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर डॉ.महेश शर्मा का मुकाबला बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार सतवीर गुर्जर से हुआ। जिसमें डॉक्टर महेश शर्मा को 8,30,812 वोट मिले। तो वहीं सतवीर गुर्जर को 4,93,890 वोट मिले थे। अब चौथी बार डॉ.महेश शर्मा सांसद का चुनाव लड़ेंगे।
कौन है डॉ. महेश शर्मा
गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा का जन्म 30 सितंबर 1959 को राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना के पास मनेठी गाँव में हुआ था। महेश शर्मा के पिता कैलाश चंद शर्मा एक स्कूल में अध्यापक थे। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव में हुई। इसके बाद वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा के लिए वह दिल्ली आ गए। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। साल 2012 में उन्हें नोएडा के एमिटी यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हुई।
महेश शर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। डॉ. महेश शर्मा अपने छात्र जीवन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े। बाद में वह भाजपा में शामिल आ गए। साल 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान वह नोएडा से विधायक बने। वह पेशे से एक चिकित्सक हैं और नोएडा स्थित कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के मालिक भी हैं। 12 नवंबर 2014 को उन्हें संस्कृति और पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी बनाया गया। महेश शर्मा को उत्तर प्रदेश में नोएडा विधानसभा के पहले विधायक के रूप में भी चुने गए। उन्होंने राज्य और केंद्रीय स्तर पर भाजपा के दृष्टिकोण को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
साल 2009 में बनी थी नोएडा लोकसभा सीट
आपको बता दें कि साल 2014-2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा ने जीत दर्ज की थी। इस संसदीय सीट के तहत विधानसभा की पांच सीटे हैं। खास बात यह है कि इन सभी विधानसभा सीटों के अलग अलग मुद्दे हैं। इन सीटों पर विकास तो मुद्दा है ही लेकिन जातीय समीकरण भी यहां काफी मायने रखता है। इस सीट की एक खास बात यह भी है कि यह जिला बसपा सुप्रीमों मायावती का गृह जनपद है। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर साल 2009 में पहली बार चुनाव हुआ। इस चुनाव में बसपा से सुरेंद्र सिंह नागर ने जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा को हार का सामना करना पड़ा था। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन वर्ष 2009 में हुआ था। परिसीमन के बाद गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। नोएडा, जेवर और दादरी गौतमबुद्ध नगर जिले के अंतर्गत आते हैं, जबकि सिकंदराबाद और खुर्जा बुलंदशहर जिले के अंतर्गत आते हैं।
अगर आंकड़ों की बात करे तो साल 2019 में सांसद डॉ. महेश शर्मा को पांचों विधानसभा क्षेत्रों में नोएडा 31.35%, दादरी 23.37%, जेवर 13.03%, सिकंदराबाद 15.30% और खुर्जा 16.61 प्रतिशत वोट मिले थे। उनको कुल 8,30,812 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत तकरीबन 60 फीसदी रहा था। वहीं बसपा के प्रत्याशी सतबीर नागर को 4,93,890 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ. अरविंद कुमार सिंह रहे थे जिनको 42077 वोटों से संतोष करना पड़ा था।