कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
कल 18 जून दिन रविवार। हालांकि आमतौर पर ये दिन छुट्टियों वाला होता है। लेकिन अगर आप घर से निकलते हैं तो मुमकिन है कि आप ट्रैफिक जाम में फंस सकते हैं। क्योंकि 122 दिनों से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने बड़े आंदोलन की तैयार कर ली है। जिसमें 81 गांवों के किसानों के जुटने का अंदेशा है।
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17 जून यानी शनिवार को किसनों ने भारतीय किसान परिषद के बैनर तले इकट्ठा होकर प्राधिकरण के अधिकारियों की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। इसके पहले बड़ी तादाद में किसानों ने प्राधिकरण दफ्तर के सामने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान किसान और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई. साथ ही किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर बैरिकेडिंग लगा उन्हें रोकने का काम किया.
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भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर पहलवान के मुताबिक पहले भी कई माह तक चले धरना प्रदर्शन के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने उनकी मांगों को तीन माह में पूरा करने का आश्वासन दिया था।लेकिन अबतक इस संदर्भ में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी जिसके खिलाफ हम सभी किसान एक बार फिर एकजुट हुए है.
81 गांव से आकर प्रदर्शन में शामिल हुए किसानों की मांग है कि किसान आबादी का निस्तारण, बढे़ हुए दर से मुआवजा देने, कुल अधिग्रहीत जमीन के सापेक्ष में 10 प्रतिशत विकसित भूखंड देने और इससे प्रभावित किसानों के परिजनों को नौकरी दी जाए.लेकिन नोएडा प्राधिकरण लगातार इनकी मांगो को खारिज करता आया है जिसके खिलाफ किसान अब उग्र होते जा रहे है.
नोएडा प्राधिकरण से पहले ग्रेटर नोएडा में किसानों के द्वारा किये गए प्रदर्शन के खिलाफ पुलिस कार्यवाई करते हुए 60 से ज्यादा लोगो को FIR दर्ज किया है जिससे किसान और भी गुस्से में है.