नोएडा सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन को लेकर मायूस कर देने वाली ख़बर

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Noida News: नोएडा सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन (Metro Station) को लेकर मायूस कर देने वाली ख़बर सामने आ रही है। आपको बता दें कि नोएडा सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन के बीच बन रहे स्काईवॉक (SkyWalk) का काम शुरू हुए छह महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक इसके लिए ट्रेवलेटर (Travelator) नहीं आ सके हैं. ऐसे में इस परियोजना का काम पूरा होने में और देरी होगी। ट्रेवलेटर आने के बाद काम पूरा होने में लगभग 3 महीने का समय और लगेगा। ऐसे में जून-जुलाई तक काम पूरा होने की उम्मीद है।

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प्राधिकरण (Authority) अधिकारियों के मुताबिक स्काईवॉक (SkyWalk) की लागत लगभग 25 करोड़ रुपए है। जिसकी लंबाई 430 मीटर और चौड़ाई 6 प्वाइंट 3 मीटर है। ट्रेवलेटर की लंबाई लगभग 230 मीटर होगी। आपको बता दें कि स्काईवॉक में 6 जगह ट्रेवलेटर (Travelator) लगाए जाने हैं। यह स्काईवॉक सीधे दोनों मेट्रो स्टेशन के अंदर कॉरिडोर में उतरेगा। जिन दो स्टेशनों को स्काईवॉक के माध्यम से कनेक्ट किया जा रहा है, उनमें सेक्टर-51 नोएडा-ग्रेनो के बीच चलने वाली एक्वा लाइन और सेक्टर-52 नोएडा-दिल्ली के बीच चलने वाली ब्लू लाइन का हिस्सा है। प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार ट्रेवलेटर लाने की बात चल रही है। उम्मीद है कि इसी महीने आ जाएंगे। ट्रेवलेटर लगने के बाद सिविल के काम में तेजी आएगी।

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2023 में शुरू हुआ था काम

आपको बता दें कि स्काईवॉक बनाने का काम साल 2023 में शुरू किया गया था। काम चलते हुए काफी समय बीत गया है, लेकिन अभी तक प्राधिकरण इसके लिए ट्रेवलेटर लाने में कामयाब नहीं हो सका है। बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्रेवलेटर लगने हैं। प्राधिकरण ने इसे स्काईवॉक के साथ-साथ एफओबी का भी नाम दिया है। यहां बिजली के ट्रेवलेटर सहित अन्य काम के लिए 15 करोड़ 73 लाख रुपए का टेंडर जारी किया गया था लेकिन अभी तक संबंधित काम की शुरूआत नहीं हो सकी है।

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