नमस्कार..ख़बरीमीडिया के ख़ास सेगमेंट एक मुलाकात में आपका स्वागत है। आज हमारे साथ बेहद ख़ास मेहमान जुड़े हैं। जो एक बिजनेसमैन भी हैं और नेता भी..जो एक समाजसेवक भी हैं और महिलाओं के उत्थान के लिए ख़ास कार्यक्रम भी चलाते हैं। खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताने वाले केपी सिंह(KP Singh), दिल्ली की किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। आज खबरी मीडिया के इस मंच पर केपी सिंह से उनके पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर बात करेंगे। सर खबरी मीडिया पर आपका बहुत बहुत स्वागत है।
सबसे पहला सवाल..सर दर्शकों को अपने बारे में बताइए..
धन्यवाद..मेरा नाम केशव प्रसाद सिंह है। मैं मूल रूप से यूपी के प्रतापगढ़ का रहने वाला हूं। मेरे पिताजी श्री राम सिंह जी भारतीय सेना में मेजर पद से रिटायर हुए हैं। मेरे पिताजी भारत-चीन की लड़ाई में भी शामिल हुए थे। फौज की तरह Discipline..समाज के लोगों की भलाई..जरुरतमंदों की मदद करना..ये सब कुछ मुझे पिताजी से विरासत में मिला है। और मुझे ये सब कुछ करने में बेहद आत्मसंतुष्टि महसूस होती है।
मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं। मेरे आदर्श देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हैं। मैं बाल्यकाल से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा हुआ हूं। संघ की विचारधारा मेरे अंदर कूट-कूट कर भरी हुई है।
राजनीतिक करियर की शुरुआत कब से हुई?
राजनीति में आना है ऐसा विचार कभी मन में आया नहीं। हां इतना जरूर था कि समाज के लिए कुछ करना है। लोगों की भलाई करनी है। जरुरतमंदों की मदद करनी है..ये सब। हालांकि 1993 से ही मैं बतौर कार्यकर्ता बीजेपी से जुड़ा हूं और तब से ही इस सेवा का निर्वहन कर रहा हूं। मेरी मंशा पार्टी के विचारों को जनता तक पहुंचाना है। दिल्ली के नांगलोई के अंतर्गत आने वाले किराड़ी विधानसभा जहां से मैं संबंध रखता हूं उनकी भलाई की हर मुमकिन कोशिश करता हूं।
बिजनेस और राजनीति में तालमेल कैसे करते हैं
देखिए बिजनेस अपनी जगह और राजनीति अपनी जगह। दोनों में तालमेल बिठाना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। समय दोनों को ही देना है। जब हमारे आदर्श प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एक साथ इतना काम अकेले कर सकते हैं तो उनके आदर्शों पर चलकर मैं तालमेल क्यों नहीं बिठा सकता।
आप समाजसेवा में भी आगे हैं..इतना सब कैसे?
मैं यहां इतना ही कहूंगा कि सच्ची लगन और इरादे मजबूत हों तो इंसान कुछ भी कर सकता है। पिछले तीन दशकों से ये मेरी आदत में शुमार हो चुका है। मैं किराड़ी में रह रहा हूं। यहां के लिए लोगों के लिए 24×7 अवेलेबल रहता हूं। सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहता हूं। उनके लिए जो भी काम किया, अपना समझकर किया। आज ईश्वर का दिया सब कुछ है। समाज की भलाई, लोगों की भलाई, जरुरत पड़ने पर उनके काम आना..मेरे लिए सच्ची राजनीति यही है। और इंसान कोई भी हो, अगर ठान ले तो उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं रह जाता।
बिजनेस में ज़ीरो से शुरुआत..बिजनेस से पहले आपने खुद भी कई जगहों पर नौकरी की.. कहां से प्रेरणा मिली?
देखिए मेरे हिसाब से बिजनेस चाहे कोई भी हो, उसको सफल बनाने के लिए सबसे पहले जीरो से शुरुआत करनी होती है। बिजनेस क्या है, कैसे सफल होगा इसके लिए मेहनत के साथ साथ उस बिजनेस की पूरी जानकारी भी होनी चाहिए। मैंने भी यही किया। अपना बिजनेस शुरू करने से पहले मैंने कई जगहों पर नौकरी की। उनसे बिजनेस के गुर सीखे। जब मुझे लगा कि मैं अपनी थोड़ी बहुत पूंजी लगा सकता हूं तब मैंने अपने पिताजी की मदद से किराए के दुकान से अपने बिजनेस की शुरूआत की। और लगातार मेहनत की बदौलत इसे आगे बढ़ाता रहा। बाकी ईश्वर और माता पिता का आशीर्वाद है जो जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है।
दिल्ली की राजनीति को कैसे देखते हैं?
दिल्ली देश की राजधानी है। यहां हर साल हजारों की तादाद में लोग नौकरी, बिजनेस के सिलसिले में आते हैं। सर्वधर्म सम्भाव..अनेकता में एकता की मिसाल हमारी राजधानी में देखने को मिलती है। यहां रहने वाले ज्यादातर इंसान राजनीति से प्रेरित हैं। छोटी बड़ी तमाम पार्टियां यहां है। लेकिन कुछ पार्टियों ने लोगों की सेवा कम अपने हित पर ज्यादा ध्यान दिया है। मेरे हिसाब से राजनीति का सीधा मतलब जनता की सेवा करना है। भले ही वो किसी भी जाति, धर्म का हो।
मैं जिस लायक हूं तन, मन, धन से कभी किसी को निराश नहीं करता हूं और सेवक की तरह लोगों की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहता हूं। मैं गरीब बच्चों, महिलाओं, नौजवानों के उत्थान के लिए समय-समय पर समाजसेवा से जुड़े काम करता रहता हूं। उसी का नतीजा है कि किराड़ी की जनता मुझे दिलोजान से चाहती है। उनका प्यार और आशीर्वाद ही मेरे लिए सबकुछ है।
विधानसभा चुनाव को लेकर क्या सोच रखते हैं?
मैं आपको बता दूं, 30 साल से भी ज्यादा समय से मैं किराड़ी की जनता की भलाई का काम कर रहा हूं। जितनी मेरी हैसियत है उसके हिसाब से लोगों की मदद, गरीबों के लिए कपड़े-दवाई, गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए आगे आना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में उनकी मदद करना ताकि वो अपने साथ-साथ समाज के लिए कुछ कर सकें। मैं ये सोचता हूं अगर पार्टी मुझे मौका देती है तो निश्चित तौर पर जनता का प्रतिनिधी बनकर जनता की सेवा को और ज्यादा प्रखर कर सकता हूं।
आपके आदर्श नेता..कौन और क्यों ?
मेरे आदर्श नेता हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी है। देश के प्रति उनकी लगन, उनकी मेहनत से मैं बहुत ज्यादा प्रेरित हूं। जैसे हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश ही नहीं विश्व के पटल पर भारत की छवि को और ज्यादा ऊपर ऊठाने में अपना सबकुछ झोंक दिया। एक कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी चाहता हूं कि मैं अपना सबकुछ किराड़ी की जनता के लिए न्योछावर कर दूं। अगर मुझे बड़े पैमाने पर समाज के लिए कुछ करने का मौका मिलता है तो इससे बड़ा सौभाग्य मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता।
संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं के लिए क्या संदेश?
कार्यकर्ता चाहे किसी भी पार्टी का हो, वो पार्टी की नींव माने जाते हैं। और आप ये समझ लीजिए जिसकी नींव जितनी मजबूत उसकी इमारत उतनी ही ज्यादा मजबूत। मैं कार्यकर्ताओं से यही अपील करना चाहता हूं कि आपने अभी तक अपनी लगन और मेहनत से पार्टी को बहुत ऊपर पहुंचाया है। अपना प्यार ऐसे ही पार्टी को देते रहिए ताकि भारतीय जनता पार्टी दिनों दिन और ज्यादा मजबूत हो सके।