Covid 19

Covid 19: सावधान! फिर से एक्टिव मोड में कोरोना वायरस, पढ़िए चौंकाने वाली रिपोर्ट

TOP स्टोरी Trending
Spread the love

Covid 19: कोरोना ने फिर से की वापसी, हो जाइए सावधान!

Covid 19: कोविड-19 महामारी ने बीते सालों में पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। लंबे समय तक चले लॉकडाउन (Lockdown), अस्पतालों में भीड़, ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी और लाखों जानें इन सभी भयावह अनुभवों को लोग अभी तक नहीं भुला पाए हैं। अब हालात सामान्य हो गए हैं और जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी, तब एक बार फिर से कोरोना वायरस से जुड़ी चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों से कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले दुनियाभर में काफी नियंत्रित देखे जा रहे थे, पर हालिया रिपोर्ट्स एक बार फिर से लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ब्लूमबर्ग में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर-हांगकांग (Singapore–Hong Kong) सहित आसपास के कई हिस्सों में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों ने आम लोगों को चेतावनी दी है कि संक्रमण से बचे रहने को लेकर एक बार फिर से आवश्यक उपाय शुरू कर दें।

Pic Social Media

ये भी पढे़ंः Noida News: नोएडा में बच्चों के लिए खेलने और मस्ती की 5 शानदार जगहें

मीडिया रिपोर्ट के आंकड़ों से पता चला है कि एशियाई देशों में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। सिंगापुर-हांगकांग (Hong Kong) में न सिर्फ संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है और साथ ही यहां के अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन (Center for Health Protection) में कम्युनिकेबल डिजीज के प्रमुख अल्बर्ट औ के अनुसार यहां वायरस की गतिविधि काफी ज्यादा है। सप्ताह के आखिरी तक गंभीर मामले सहित कोरोना से मौत के आंकड़े एक साल के उच्चतम स्तर (31 तक) पहुंच गए हैं।

इन देशों में बढ़ते कोरोना के खतरों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, क्या कोरोना का फिर से कोई नया वैरिएंट सामने आ गया है? क्या एक बार फिर से सभी लोगों को सावधान हो जाना चाहिए? आइए जानते हैं..

एशियाई देशों के साथ अमेरिका में भी कोरोना संकट

करीब एक साल में पहली बार सिंगापुर (Singapore) स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक औपचारिक कोविड रिपोर्ट अपडेट जारी की है, जिसमें केवल एक हफ्ते में ही मामलों में 28% की बढ़ोत्तरी की गई है, जिससे संक्रमण के मामले बढ़कर 14,200 हो गए हैं। सिर्फ यही नहीं अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में भी करीब 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी सिर्फ एशियाई देशों (Asian Countries) तक ही सीमित नहीं है, पिछले कुछ सप्ताह से अमेरिका के भी कई हिस्सों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी, हालांकि अब इसमें काफी सुधार हुआ है। यूएस इमरजेंसी डिपार्टमेंट से प्राप्त हो रही जानकारियों के अनुसार यहां आपातकालीन विभाग में आने वालों की संख्या में पिछले सप्ताह 19.5% तक की कमी आई है।

Pic Social Media

ये भी पढ़ेंः Greater Noida: 7 साल बाद इस सोसायटी के लोगों को मिली खुशियों की चाबी

नया वैरिएंट आ गया क्या?

दुनिया के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में आए बढ़ते कोरोना के मामलों ने लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या वायरस का कोई नया वैरिएंट आ गया है? सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने तो बढ़ते मामलों के लिए किसी नए वैरिएंट को जिम्मेदार नहीं माना है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर होती प्रतिरक्षा के कारण वायरस ज्यादा आसानी से फैल रहा है।

वहीं यूएस स्थित नेबरास्क मेडिसिन में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ मार्क.ई.रप के अनुसार, वर्तमान में अमेरिका सहित दुनिया के कई हिस्सों में सबसे प्रमुख वैरिएंट LP.8.1 है, जिसके सबसे ज्यादा 70% मामले हैं। इसके बाद XFC है जिसके 9% मामले हैं। ओमिक्रॉन का मूल वैरिएंट अब करीब समाप्त हो गया है और फिलहाल इसके सब-वैरिएंट्स के ही मामले देखेने को मिल रहे हैं।

सावधान रहने की सलाह

मेडिकल रिपोर्ट्स (Medical Reports) के अनुसार अभी तक किसी नए वैरिएंट की पहचान नहीं की गई है, इसलिए अनुमान है कि मामलों में बढ़ोत्तरी जनसंख्या में प्रतिरोधक क्षमता में कमी सहित दूसरे कारणों से हो सकती है। यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि एशिया के दो सबसे महत्वपूर्ण शहरों में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी तब हुई है जब पिछले कुछ महीनों से संक्रमण की दर स्थिर थी, हालांकि समय-समय पर कई हिस्सों में छोटी-छोटी लहरें जरूर देखी जाती रही थीं।
संक्रमण के मामलों और इसके कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को देखते हुए अधिकारियों ने सभी लोगों को डॉक्टर की सलाह पर अपडेटेड वैक्सीन लेने की सलाह दी है। ज्यादा खतरा वाले व्यक्तियों जैसे बुजुर्गों-कोमोरबिडिटी के शिकार लोगों को पहले से ही सालाना कोविड-19 वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती रही है।