CM Mohan Yadav का खास प्लान… MP में खुलेंगे इतने मेडिकल कॉलेज
MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने सीएम मोहन यादव ने उज्जैन में मेडिकल कॉलेज (Medical College) की आधारशिला भूमि पूजन किया है। इसके साथ ही एमपी की मोहन सरकार प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी में है। आपको बता दें कि मोहन यादव सरकार (Mohan Yadav Government) हर लोकसभा क्षेत्र मेडिकल कॉलेज (Medical College) खोलने का विचार कर रही है।
ये भी पढ़ेंः MP News: विदेश दौरे पर CM मोहन यादव, मध्य प्रदेश में बढ़ेगा निवेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुताबिक नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने और चिकित्सा शिक्षा का विस्तार करने की दृष्टि से नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। प्रदेश के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। एमपी के नागरिकों को आने वाले समय में नए-नए मेडिकल कॉलेज मिलेंगे।
हर लोकसभा में खुलेगा मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के प्रत्येक जिले के लिए मेडिकल कॉलेज की संकल्प की पूर्ति के लिए एमपी सरकार प्रयासरत है। प्रदेश में साल- 2003 तक सिर्फ 5 शासकीय मेडिकल कॉलेज थे। 20 साल में 12 नए मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं। वहीं, अब एक साथ 12 अन्य मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पर शुरुआत हुई है। मोहन यादव सरकार अब प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने का लक्ष्य है।
ये भी पढ़ेंः MP: युवाओं के लिए खुशखबरी, मोहन यादव सरकार देगी 5 साल में इतने लाख लोगों को सरकारी नौकरी
सीएम मोहन यादव के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हाल ही में मंदसौर, नीमच और सिवनी में तीन मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किए। बहुत जल्द नर्मदापुरम, देवास सहित अनेक अंचल नए मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिलने लगेगी। उन्होंने कहा बहुत जल्द प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्यमंत्री निवास (Chief Minister Residence) पर एक बैठक की। इस बैठक में प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ करने के लिए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। बैठक में पीपीपी मोड में शासन द्वारा नियमानुसार भूमि आवंटन, अस्पतालों की वर्तमान क्षमता के विस्तार और रोगियों के उपचार पर होने वाले व्यय से संबंधित बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया गया। इस विषय में जल्द ही मोहन मंत्रि-परिषद द्वारा आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।