पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए CM Mann ने किया एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन
CM Bhagwant Mann Government Punjab: नशा मुक्त पंजाब..जैसे ही भगवंत मान (CM Mann) ने पंजाब के सीएम पद की शपथ ली, उन्होंने उसी दिन तय कर लिया था कि पंजाब के युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालना है। और इसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Maan) पंजाब को नशा मुक्त प्रदेश बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
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नशा मुक्त पंजाब के लिए सीएम भगवंत मान नए नियम और योजनाएं भी ला रहे हैं, जिनका व्यापक असर अब पंजाब में देखने को मिलने लगा है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के प्रयासों से ही आज पंजाब के युवा नशे की लत को छोड़ रहे हैं और रोजगार की तरफ अग्रसित हो रहे हैं।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हाल ही में एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के नए कार्यालय का उद्घाटन किया, जो पंजाब में नशे के खिलाफ लड़ाई को एक नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है। यह कदम सीएम मान की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है कि वह पंजाब में नशे के जाल को समाप्त करने के लिए कितनी गंभीर है।
पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 28 अगस्त 2024 को एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti-Narcotics Task Force) के नए कार्यालय को जनता को समर्पित किया और नशा विरोधी हेल्पलाइन और व्हाट्सएप चैटबॉट (97791-00200) की शुरुआत की।
नशा विरोधी हेल्पलाइन और व्हाट्सएप चैटबॉट की भी हुई शुरुआत
नए बने कार्यालय का उद्घाटन करने और हेल्पलाइन की शुरुआत करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा था कि पंजाब सरकार (Punjab Government) ने मौजूदा विशेष टास्क फोर्स के बजाय एपेक्स स्टेट लेवल ड्रग लॉ एनफोर्समेंट यूनिट को एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के रूप में नया रूप देने का फैसला किया है। सीएम ने बताया कि यह सेल पुलिस स्टेशन सोहाणा, सेक्टर-79 एस.ए.एस. नगर की दूसरी मंजिल पर काम करेगा। सीएम मान के मुताबिक हाल ही में 90 लाख रुपए की लागत से इमारत का नवीनीकरण किया गया है। और नशे के खिलाफ सफल लड़ाई के लिए नशा विरोधी हेल्पलाइन और व्हाट्सएप चैटबॉट (97791-00200) की शुरुआत की गई है।
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मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के अनुसार यह हेल्पलाइन आम नागरिकों और नशा पीड़ितों को नशा तस्करों के बारे में जानकारी देने का मौका देगी और नशा छोड़ने के इच्छुक पीड़ितों के लिए चिकित्सीय सहायता सुनिश्चित करेगी। सीएम ने उम्मीद जताई कि इससे जमीनी स्तर पर नशे की तस्करी रोकने और इस घृणित अपराध में शामिल बड़ी मछलियों की पहचान करने में सहायता मिलेगी और सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि टास्क फोर्स सिर्फ नई बोतल में पुरानी शराब ही नहीं है, बल्कि इस नई विशेष फोर्स को नशों के खिलाफ प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों, संसाधनों और तकनीक से लैस किया गया है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है ANTF-सीएम भगवंत सिंह मान
सीएम भगवंत सिंह मान के मुताबिक ए.एन.टी.एफ की मौजूदा कर्मचारियों की संख्या को 400 से दोगुना कर 861 किया जा रहा है और पुलिस विभाग के लिए आने वाली 10,000 नई भर्तियों में से ANTF के लिए ये नई भर्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 में ए.एन.टी.एफ की नई स्थापित इंटेलिजेंस और तकनीकी इकाई को अत्याधुनिक एजेंसी के रूप में विकसित करने के लिए हाई-टेक सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर की खरीद और बुनियादी ढांचे के नवीनीकरण के लिए 12 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। ए.एन.टी.एफ की बेहतरी के लिए 14 नई महिंद्रा स्कॉर्पियो गाड़ियां प्रदान की जाएंगी।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि ए.एन.टी.एफ को मोहाली में अपना स्वतंत्र मुख्यालय स्थापित करने के लिए एक एकड़ की अलग भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्रवर्तन-नशामुक्ति-रोकथाम (ई.डी.पी) रणनीति को लागू करने के लिए पंजाब स्टेट कैंसर और डी-एडिक्शन ट्रीटमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (CADAA Fund) से 10 करोड़ रुपए ए.एन.टी.एफ के लिए मंजूर किए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि पुलिस कानून-व्यवस्था से संबंधित गंभीर मामलों को प्रभावी ढंग से हल कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की रियायत न देने की नीति अपनाई गई है और खन्ना बेअदबी कांड और अमृतसर में एन.आर.आई (NRI) पर हुए हमले में पुलिस की त्वरित कार्रवाइयों की सभी ने सराहना की है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि पुलिस देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए राज्य की 532 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रभावी ढंग से तैनात है।
पंजाब पुलिस अपनी ड्यूटी कुशलता से निभा रही है-सीएम मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पुलिस को ड्रोन और सीमा पार से तस्करी के रूप में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन पंजाब पुलिस अपनी ड्यूटी कुशलता से निभा रही है। उन्होंने कहा कि नशे के मामलों में उचित कानूनी कार्रवाई के लिए इस नई फोर्स के साथ विशेष कानून अधिकारी तैनात किए गए हैं और राज्य सरकार ने पहले दिन से ही यह सुनिश्चित किया है कि राज्य में नशा तस्करों को कोई राजनीतिक संरक्षण न मिले ताकि इस खतरे को जड़ से समाप्त किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई करते हुए इस पर शिकंजा कसा है।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि नशे की तस्करी में शामिल कई बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाला गया है और उनके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की गई हैं और 379 नशा तस्करों की 173 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं और अन्य कार्रवाइयां भी की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह संतोष की बात है कि इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और युवा राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं और यह रिकॉर्ड पर है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में दाखिलों में भारी वृद्धि हो रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी नीतियों के कारण युवाओं के विदेश जाने की प्रवृत्ति में कमी आ रही है।
लंबे समय पर पदों पर बने हुए पुलिस कर्मचारियों का तबादला
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक प्रमुख पहल के रूप में पंजाब सरकार ने पंजाब पुलिस में निचले स्तर पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों का तबादला किया है, जो लंबे समय से अपने पुराने पदों पर बने हुए थे। उन्होंने कहा कि डिवीजनों में बड़ी संख्या में तबादले हुए हैं और तस्करों और कर्मचारियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की प्रक्रिया जारी है। सीएम के मुताबिक इस कदम का उद्देश्य राज्य में नशे की तस्करी को रोकना है क्योंकि उन्हें रिपोर्टें मिली थी कि निचले स्तर के पुलिसकर्मी और नशा तस्कर आपस में मिले हुए हैं।
गांवों को नशा मुक्त करने के लिए विशेष अनुदान देगी पंजाब सरकार-सीएम मान
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के अनुसार राज्य सरकार पंजाब भर के गांवों को नशा मुक्त करने के लिए विशेष अनुदान देगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन अनुदानों का उपयोग गांवों में खेलों और खेलों के बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाएगा, जो युवाओं की अथाह शक्ति को सकारात्मक दिशा में लाने में अधिक सहायक सिद्ध होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों ने पहले ही ओलंपिक जैसी खेलों में देश का नाम रोशन किया है और वह दिन दूर नहीं जब पंजाबी युवा और अधिक पदक जीतकर लाएंगे।
पंजाब में रोजगार ही रोजगार
सीएम भगवंत सिंह मान के अनुसार पंजाब सरकार ने अब तक विभिन्न विभागों में 44,667 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। उन्होंने कहा कि यह भर्ती पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत केवल योग्यता के आधार पर की गई है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इससे युवाओं में राज्य सरकार के लिए काम करने का विश्वास बढ़ा है, जिसके कारण वे विदेश जाने के बजाय यहां सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं।
सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र सरकार और NHAI को पंजाब की उपजाऊ भूमि की तुलना अन्य राज्यों से करना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण को लेकर राज्य में कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है, लेकिन मामला केवल भूमि के उचित मूल्य का है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह केंद्र सरकार को जमीनी हकीकत से पहले ही अवगत करा चुके हैं और राज्य में भूमि अधिग्रहण का काम सुचारू रूप से चल रहा है।
मोहाली में स्थापित किया गया SITU
पंजाब पुलिस की तरफ से मोहाली में टास्क फोर्स इंटेलिजेंस एवं टेक्निकल यूनिट (SITU) स्थापित की गई है। यहां स्पेशल टीम तैनात है, जो कि वॉट्सऐप से लेकर जिन भी तकनीकों का प्रयोग तस्कर आजकल कर रहे हैं, उन पर नजर रखी जा सके। इसके अलावा जो भी जानकारी टीमों को मिलती है, उसे तुरंत टीमों के साथ शेयर किया जाएगा। इसके पीछे कोशिश यही है कि पंजाब को नशा मुक्त किया जाए।
जानिए क्या है एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स
आपको बता दें कि पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) एक विशेष इकाई है जो पंजाब में नशीले पदार्थों के तस्करों, वितरकों और उपयोगकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए बनाई गई है। इस इकाई का गठन पंजाब पुलिस के तहत किया गया है और यह राज्य भर में नशे के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जिम्मेदार है। ANTF का मुख्य उद्देश्य नशे की लत को जड़ से खत्म करना और युवा पीढ़ी को नशे के खतरों से बचाना है।
कैसे काम करती है ANTF
ANTF का कार्यप्रणाली बेहद संगठित और उच्च तकनीकी है। यह इकाई न केवल नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए काम करती है, बल्कि नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई भी करती है। ANTF की कार्यप्रणाली को आइए विस्तार से जानते हैं….
खुफिया जानकारी एकत्र करना
ANTF के अधिकारी नशे के तस्करों और व्यापारियों के नेटवर्क की पहचान करने के लिए खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं। इसके लिए वे विभिन्न स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करते हैं और फिर उस पर उचित एक्शन भी लेते हैं।
संवेदनशील इलाकों में छापेमारी
ANTF की टीमें पंजाब के उन क्षेत्रों में लगातार छापेमारी करती हैं जहां नशीले पदार्थों का उत्पादन, वितरण या उपयोग किया जा रहा हो। इसके लिए वे स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करती हैं।
सख्त कानूनी कार्रवाई
ANTF के पास नशीले पदार्थों के मामलों में त्वरित कानूनी कार्रवाई करने की शक्ति है। गिरफ्तारियों के बाद, तस्करों और उपयोगकर्ताओं के खिलाफ ठोस सबूतों के आधार पर कोर्ट में मामला केस दर्ज किया जाता है।
जनजागरूकता अभियान
पंजाब की मान सरकार द्वारा शुरू की गई ANTF का एक महत्वपूर्ण काम पंजाब के युवाओं और लोगों के बीच जनजागरूकता अभियान चलाना भी है, जिसके तहत वे स्कूलों, कॉलेजों और समुदायों में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाते हैं। जिससे लोग नशे के खतरे और इससे होने वाले नुकसान को जानें और इससे बचें।
अब जानिए क्या है ANTF की खासियत
ANTF की खासियत उसकी तकनीकी दक्षता और व्यापक नेटवर्किंग में है। यह इकाई आधुनिक तकनीक और संसाधनों से लैस है, जिसमें डाटा एनालिसिस, साइबर सर्विलांस और जमीनी खुफिया नेटवर्क शामिल हैं। इसके साथ ही, ANTF के पास नशीले पदार्थों से जुड़े मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त अधिकारियों की टीम है जो बड़े से बड़े मामलों को भी हल करने में पूरी तरह से सक्षम है। इसके साथ ही ANTF को पंजाब और केंद्रीय सरकारों से विशेष समर्थन प्राप्त है, जिससे यह इकाई बड़ी और प्रभावी कार्यवाहियों को अंजाम देने में सक्षम होती है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू किया गया एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) पंजाब में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का यह कदम नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की मजबूत नीति को दर्शाता है। ANTF की कार्यप्रणाली और उसकी दक्षता से उम्मीद की जा सकती है कि यह इकाई राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए अपनी भूमिका प्रभावी तरीके से निभाएगी। और सीएम भगवंत सिंह मान का सपना नशा मुक्त पंजाब बनाने में मददगार साबित होगी।