पंजाब के लोगों को CM मान ने दी लोहड़ी की बधाई, लिखा पंजाब और पंजाबी सभी खुश रहें

पंजाब
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Punjab News: देशभर में आज बड़े धूमधाम से लोहड़ी (Lohri) का पर्व मनाया जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Chief Minister Bhagwant Singh Mann) ने देश- विदेश में रह रहे पंजाबियों को लोहड़ी के त्योहार की बधाई दी है। सोशल मीडिया पर बधाई देते मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लिखा कि खुशियों के त्योहार लोहड़ी की सभी पंजाबियों को बहुत-बहुत बधाई…परमात्मा करें ये लोहड़ी सभी के घर खुशियों की सौगात लेकर आएं। समाज में फैली दरिद्रता रूपी बुराइयों का सफाया हो… लोहड़ी मुबारक।

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क्या है इस पर्व की पौराणिक मान्यता

लोहड़ी के बारे में हमें पौराणिक कथा में भी लिखा मिलता है। माना जाता है कि माता सती के पिता राजा दक्ष ने महायज्ञ किया था। इसमें भगवान शिव और माता सती को बुलाया नही था। निमंत्रण न आने के कारण से सती माता राजा दक्ष से काफी नाराज हो गईं और उन्होंने स्वयं को अग्नि में समर्पित कर दिया। ऐसा माना जाता है यह पर्व माता सती को ही समर्पित है। इस दिन लोग दुल्ला भट्टी से जुड़े गीत गाते हुए इस पर्व को मनाते हैं।

दुल्ला भट्टी को भी इस दिन करते हैं याद

इस पर्व को लेकर एक अन्य कथा भी प्रचलित है, दूसरी कथा के अनुसार दुल्ली भट्टी से है। माना जाता है कि मुगल काल में अकबर के शासन काल के दौरान दुल्ला भट्टी नाम का एक व्यक्ति था। वह पंजाब में ही निवास करता था। दुल्ला भट्टी ने अपना साहस दिखाकर कई लड़कियों को अमीर सौदागरों से बचाया करता था। दरअसल, उस समय कई लड़कियों को अमीर घरानों में बेत देते थे लोग। दुल्ला भट्टी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और उन लड़कियों का विवाह करवाया। इस कारण दुल्ला भट्टी पंजाब (Punjab) में खूब प्रसिद्ध हुआ। उसे नायक की उपाधि दी गई। यही कारण है कि लोहड़ी वाले दिन इस नायक को भी इस दिन याद किया जाता है।

फसल से जुड़ा है लोहड़ी का नाता

लोहड़ी (Lohri) का नाता फसल से भी जुड़ा हुआ है। इस त्योहार को फसल पकने और अच्छी खेती के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। सूर्य के प्रकाश व अन्य प्राकृतिक तत्वों से तैयार हुई फसल के उल्लास में लोग एकजुट होकर इस पर्व को मनाते हैं। इस दिन सभी लोग इकट्ठा होकर सूर्य भगवान एवं अग्नि देव का पूजन कर उनको धन्यवाद देते हैं। लोहड़ी के समय फसल पक जाती है और उसे काटने का समय आ जाता है। इस मौके पर लोग अग्नि देव को रेवड़ी और मूंगफली अर्पित करते हैं तथा आपस में वितरित करते हैं। इसलिए यह त्योहार आपसी सरोकार और प्रेम को भी दर्शाता है।