बुद्धिजीवियों, उद्योगपतियों और प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर राज्य के विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाने की अपील
आज जो किसान अन्नदाता कहलाता है, कुछ दिन बाद पराली जलाने के कारण अपराधी बना दिया जाएगा
पराली जलाने के समाधान के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार को आपसी सहमति से कोई न कोई रास्ता निकालना चाहिए
किसानों के हितों की रक्षा के लिए बदलती फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की वकालत
पंजाब यूनिवर्सिटी के रुतबे में किसी भी प्रकार का बदलाव सख्ती से विरोध करेगा राज्य सरकार
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए बुद्धिजीवियों, शिक्षा शास्त्रियों, उद्योगपतियों, प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य सहयोगियों को संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया।
ये भी पढ़ेः Punjab Vision 2047 Conclave: वित्त मंत्री चीमा द्वारा संरचनात्मक सुधारों पर बल
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
आज यहां पंजाब विश्वविद्यालय में ‘विजन पंजाब’ पर आयोजित सेमिनार के दौरान संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की भूमि बहुत उर्वर है, जिसे महान गुरुओं, संतों-महापुरुषों, पीरों-पैगंबरों और शहीदों का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाब पवित्र भूमि होने के बावजूद पिछली सरकारों की नकारात्मक और उदासीन नीति के कारण विकास की गति में पिछड़ गया है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के मेहनती किसानों ने देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बना दिया है, लेकिन केंद्र में सत्ताधारियों की बेरुखी का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो किसान आज अन्नदाता के रूप में जाने जाते हैं, उन्हें कुछ ही दिनों बाद पराली जलाने के कारण अपराधी बना दिया जाएगा। सीएम भगवंत सिंह मान ने फिर से दोहराया कि किसानों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करना इस समस्या का हल नहीं है क्योंकि इससे सामाजिक दृष्टि से नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने पराली जलाने के समाधान के लिए एक स्थायी व्यवस्था विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि बड़े दावे किए जाने के बावजूद पराली जलाने का कोई ठोस समाधान अब तक नहीं निकाला जा सका।
मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल पंजाब का ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तरी क्षेत्र का लंबा लटका हुआ मुद्दा है, लेकिन किसानों के पास अपनी फसल के अवशेषों को संभालने के लिए कोई उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान भी अब पराली जलाना नहीं चाहते क्योंकि सबसे पहले इसका खामियाजा किसानों के परिवारों को ही भुगतना पड़ता है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पराली के निपटारे के लिए आपसी सहयोग से संयुक्त कार्य योजना तैयार करनी चाहिए।
किसानों के हितों की रक्षा के लिए बदलती फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए पंजाब ने पानी और उर्वरक भूमि जैसे अपनी अनमोल प्राकृतिक संसाधनों को खोने का खामियाजा उठाया है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने के लिए लगभग 3500 लीटर पानी की खपत होती है, जिसके कारण राज्य का पानी अब संकट की स्थिति में पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के किसान बदलती फसलों को तभी अपना सकते हैं जब उन्हें इन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता है, और यह फसलों का बाजार में उचित मूल्य किसानों को फसली विविधता के लिए प्रेरित कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वभर में पंजाब ही एकमात्र राज्य है जिसकी पूरी दुनिया में अपनी पहचान है क्योंकि पंजाबियों ने हर दूसरे देश और हर क्षेत्र में बड़ा नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि पंजाबी स्वभाव से मेहनती होते हैं, जिसकी बदौलत उन्होंने विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि बोइंग में 45 प्रतिशत इंजीनियर जी.एन.ई., लुधियाना से हैं और फ्लिपकार्ट, ओला, मास्टरकार्ड और अन्य कंपनियों के सी.ई.ओ. भी पंजाबी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन युवाओं में हर क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाने की अंतर्निहित क्षमता है और इनकी क्षमता का सही उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र और युवा विमान की तरह होते हैं और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने और उनके सपनों को उड़ान देने के लिए एक लॉन्चपैड उपलब्ध कराएगी। सीएम भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक पंजाब के युवा अपने सपनों को प्राप्त नहीं कर लेते। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्यभर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं और इसी तरह सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली को भी अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने लोगों को मानक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा और इस प्रकार उनके विकास में अड़चनें डालीं। इसके विपरीत सीएम भगवंत सिंह मान का उद्देश्य गरीब विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हें अधिक सक्षम बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका परिणाम सबके सामने है क्योंकि सरकारी स्कूलों के 158 विद्यार्थियों ने पहली बार जे.ई.ई. की परीक्षा पास की है। उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है क्योंकि आने वाले दिनों में और भी ऐसे परिणाम सामने आएंगे, इसके लिए उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने युवाओं को मेरिट के आधार पर 45,000 से अधिक नौकरियां दी हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आठ हाई-टेक सेंटर खोल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये सेंटर युवाओं को यूपीएससी की परीक्षा पास करने और राज्य और देश में प्रमुख पदों पर बैठने के लिए मानक शिक्षा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य युवाओं को उच्च पदों पर बैठाकर देश की सेवा के योग्य बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ राज्य की भावनात्मक, सांस्कृतिक, साहित्यिक और समृद्ध धरोहर का हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय हमारे क्षेत्र की प्रसिद्ध शैक्षिक संस्था है और उन्हें विश्वविद्यालय में हरियाणा के हिस्से की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि न तो हरियाणा के किसी भी कॉलेज को विश्वविद्यालय से मान्यता दी जाएगी और न ही विश्वविद्यालय की सीनट में पिछली दरवाजे से दाखिले के लिए हरियाणा के किसी भी प्रयास को सफल होने दिया जाएगा। सीएम भगवंत सिंह मान ने अफसोस व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय के स्वरूप को बदलने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन पंजाब सरकार विद्यार्थियों के बड़े हितों के लिए ऐसी किसी कोशिश को सफल नहीं होने देगी।
ये भी पढ़ेः Punjab: कुलतार सिंह संधवां ने अमेरिका के पंजाबियों को पंजाब में निवेश के लिए किया आमंत्रित
विरोधी दल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पंजाब-केन्द्रित और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण के कारण विरोधी दल के नेता उन्हें निशाना बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि यह आलोचना पूरी तरह से निराधार है और विरोधियों की मनगढ़ंत और गलत नीयत पर आधारित है। सीएम भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट किया कि विरोधी दल की इस तरह की चालों से वह पंजाब के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे नहीं हटेंगे, बल्कि पंजाब और पंजाबियों की भलाई के लिए अथक मेहनत करते रहेंगे।