निरपेक्ष और पारदर्शी तरीके से पंचायती चुनाव करवाने के लिए पंजाब को दी बधाई
सरपंचों से अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारी बिना पक्षपाती हुए निभाएं
सरपंचों से गांवों को नशामुक्त बनाने का आह्वान किया
मुख्यमंत्री ने पंचायतों को लोकतंत्र की नींव बताया
सरपंचों से गांवों में धड़ेबंदी खत्म करने की अपील की
Punjab News: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नए चुने सरपंचों से अपील की कि वे ग्राम सभाओं की बैठकें करवाएं और विकास कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हर फैसले को सभी लोगों की मौजूदगी में लिया जाए। यहां राज्य स्तरीय समारोह में, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य भर के 10031 नए चुने गए सरपंचों को शपथ दिलाई, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गांवों के व्यापक विकास और जनता की भलाई के लिए जनता के पैसों का समझदारी से उपयोग करना जरूरी है।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों के विकास से संबंधित फैसले ग्राम सभाओं में लिए जाने चाहिए ताकि फंडों का सही तरीके से उपयोग सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि यदि सरपंच अपनी जिम्मेदारी अच्छे तरीके से निभाते हैं, तो वे आम आदमी और अपने गांवों की तकदीर बदल सकते हैं। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि राज्य सरकार हर अच्छे काम के लिए सरपंचों को पूरी मदद देगी।
अरविंद केजरीवाल ने सरपंचों से राज्य में नशे की लानत को जड़ से समाप्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरपंचों की सक्रिय भूमिका से पंजाब जल्द ही नशामुक्त राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस इस कार्य के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि सरपंचों की बड़ी भूमिका होती है और उन्हें अपनी जिम्मेदारी प्रभावी तरीके से निभानी चाहिए।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाबियों को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव करवाने के लिए बधाई दी और समारोह में आए सरपंचों का स्वागत किया। उन्होंने आशा जताई कि शपथ लेने के बाद ये सरपंच अपने गांवों को विकास की दिशा में आगे बढ़ाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि करीब तीन हजार पंचायतों का चयन सर्वसम्मति से किया गया है, जिससे गांवों के विकास को एक नई गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरपंचों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा और अपने गांवों को आदर्श गांवों में बदलना होगा। केजरीवाल ने कहा कि गांवों की भलाई के लिए सरपंचों को अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से निभानी चाहिए। उन्होंने सरपंचों से हर फैसला ग्रामवासियों से सलाह-मशवरे के बाद लेने को कहा और कहा कि गांवों के समग्र विकास में सरपंच महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुने गए सभी सरपंचों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए पंचायती चुनावों में 13,147 नई पंचायतें चुनी गई हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज इस राज्य स्तरीय समारोह में पंजाब के 19 जिलों के 10031 सरपंचों को शपथ दिलाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाकी जिलों श्री मुक्तसर साहिब, हुसियापुर, बरनाला और गुरदासपुर के नए चुने सरपंचों और सभी 23 जिलों के नए चुने 81,808 पंचों का शपथ ग्रहण समारोह गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल, बरनाला और डेरा बाबा नानक की ज़मिनी चुनाव के बाद आयोजित होगा। उन्होंने सर्वसम्मति से पंचायतों के चुनाव के लिए गांववासियों का धन्यवाद किया। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन गांवों ने संकीर्ण सोच से ऊपर उठकर सर्वसम्मति से पंचायतों का चुनाव करके जहां एक ओर गांवों में भाईचारे और फिरक़ा सद्भावना को मजबूत किया, वहीं अपने गांवों के समग्र विकास को भी सुनिश्चित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि राज्य में 3037 गांवों की पंचायतें सर्वसम्मति से चुनी गईं और फीरोजपुर जिले ने 336 पंचायतें सर्वसम्मति से चुनकर पहला स्थान प्राप्त किया, जिसके बाद गुरदासपुर (335) और तरन तारन (334) का स्थान है। उन्होंने कहा कि पंजाब के समझदार मतदाताओं ने सभी सरपंचों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और उन्हें इसे पूरी मेहनत से निभाना चाहिए। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे राज्य के मतदाताओं के कर्जदार हैं, जिन्होंने पूरी उत्साही के साथ इन चुनावों में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों को ‘लोकतंत्र की मजबूत कड़ी’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि उनके पास अपार शक्ति होती है और उनके फैसले को पूरा गांव सम्मानपूर्वक मानता है। उन्होंने कहा कि अब जब राज्य के लोगों ने सरपंचों को यह शक्तियां दी हैं, तो उनके हितों की रक्षा करना और उनकी इच्छाओं का सम्मान करना सरपंचों का पहला कर्तव्य है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे देश की लगभग 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है, इसलिए पंचायती राज संस्थाओं को लोकतंत्र के चमकते दीपक के रूप में देखा जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये संस्थाएं राज्य सरकार की जनकल्याण और विकासमुखी योजनाओं के लाभ को निचले स्तर पर पहुंचाने के लिए प्रेरक के रूप में काम करती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों को जमीन पर लागू करने में सरपंचों और पंचों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सीएम भगवंत सिंह मान ने सभी सरपंचों से आज से ही विकास कार्यों में समर्पित होने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल, डिस्पेंसरी, पशु अस्पताल और सार्वजनिक महत्व के कई अन्य कार्य पहले से पंचायतों की सीधी निगरानी में हैं। इसी तरह, गांवों के विकास से संबंधित कई अन्य कार्य भी सरपंचों की मार्गदर्शन में कराए जा रहे हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरपंचों को इन कार्यों और सेवाओं की समर्पणपूर्वक निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सरपंचों को स्पष्ट संदेश दिया कि वे इन कार्यों में किसी भी प्रकार की अनावश्यक हस्तक्षेप से दूर रहें। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि गांवों में धड़ेबंदी के कारण कई कामों में अड़चनें आती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरपंचों को गांवों में धड़ेबंदी को खत्म करने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत हासिल करने वाला व्यक्ति या पार्टी विजयी होती है, लेकिन एक बार सरपंच चुने जाने के बाद वह पूरे गांव का प्रतिनिधि बन जाता है। उन्होंने कहा कि सरपंच को गांव के हर निवासी के साथ समान व्यवहार करना चाहिए और निष्पक्षता से फैसले लेने चाहिए। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि गांवों के कई सरपंचों ने अपनी समझदारी और दूरदृष्टि से गांवों का कायाकल्प किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे गांवों में हर तीसरा घर प्रवासी भारतीयों का है और प्रवासी भारतीयों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे गांवों के विकास में सक्रिय सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर करने के लिए सरपंचों को अपने गांवों को नशामुक्त बनाने पर जोर देना चाहिए। सीएम भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि सरपंचों को गांवों में अमन-शांति और भाईचारे की कड़ी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में विकास और खुशहाली की गति को और तेज करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार गांवों के समग्र विकास और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरपंच सरकार और गांवों के बीच पुल का काम करते हैं और उन्हें गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।
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मुख्यमंत्री ने सरपंचों को भरोसा दिलाया कि गांवों में विकास कार्यों के लिए फंडों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने सरपंचों से कहा कि वे अपने गांवों के विकास कार्यों को प्राथमिकता दें ताकि राज्य सरकार इस संबंध में कार्य शुरू कर सके।