CM Bhagwant Mann will fulfill the promise made to the people of Jalandhar

CM भगवंत मान जालंधर के लोगों से किया वादा निभाएंगे: पढ़िए पूरी खबर

पंजाब
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Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) जालंधर के लोगों से किया वादा निभाएंगे। सीएम मान ने जालंधर वेस्ट उपचुनाव (Jalandhar West By-Election) के समय जालंधर में किराए पर मकान लिया था और उपचुनाव के दौरान लगातार वह इसी मकान में अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर (Dr. Gurpreet Kaur) तथा अन्य सदस्यों के साथ रहे और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी अभियान चलाते रहे। पढ़िए पूरी खबर…
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Pic Social Media

पंजाब के जालंधर उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के उम्मीदवार मोहिंदर भगत (Mohinder Bhagat) को भारी मतों के अंतर से उप-चुनाव जिताकर सीएम भगवंत मान अब जालंधर के घर को अपने पास ही रखेंगे और वादे के अनुसार इस घर में वह हर सप्ताह आते रहेंगे।

सीएम मान और उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर (Dr. Gurpreet Kaur) का यह कहना था कि इस घर में रहने से दोआबा तथा माझा के लोगों को अपने काम करवाने के लिए चंडीगढ़ नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री के नजदीकी नेताओं का मानना है कि सीएम भगवंत मान जो ऐलान कर देते हैं उनका पूरी तरह से अमल करते हैं इसलिए वह जालंधर के मकान को अपने पास ही रखेंगे।

उन्होंने पहले ही इस मकान के लिए 3 सालों के लिए रेंटल डीड की थी। सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) के जालंधर में बने रहने से यहां एक और लोगों को उनसे मिलने में आसानी होगी तो दूसरी तरफ अधिकारियों के ऊपर भी दबाव रहेगा और वह जनता के दाम तेजी से करेंगे। अधिकारियों को भी अब यह पता रहेगा कि मुख्यमंत्री जालंधर आते रहेंगे। ऐसी स्थिति में वह लोगों की शिकायतों का साथ-साथ निपटारा किया करेंगे।

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जालंधर में आने जाने से सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) को माझा और दोआबा इलाकों के बारे में जमीन हकीकत भी पता चलती रहेगी। लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को इन क्षेत्रों में ही नुकसान हुआ था जबकि मालवा में तो वह अपना गढ़ बचाने में सफल रही थी। समय-समय पर मुख्यमंत्री के लिए भी यह आसानी होगी कि वह लोगों में यह प्रभाव देते रहे कि वह अन्य सियासी दल के नेताओं से अलग है।

मुख्यमंत्री ने उपचुनाव के दौरान यह ऐलान भी कर दिया था भी कि वह जालंधर के लोगों के साथ पक्का रिश्ता निभाने आए हैं और इसके नाते उन्हें आने वाले दिनों में उप-चुनाव में विजयी हुए मोहिंदर भगत को अपने मंत्रिमंडल में भी शामिल करना होगा।