CBSE Board: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने हाल ही में नई गाइडलाइन जारी की है।
CBSE Board: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने हाल ही में नई गाइडलाइन (New Guidelines) जारी की है, जिसके तहत CBSE स्कूलों के छात्र अब पढ़ाई के साथ-साथ चुनावों (Elections) के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे। इस पहल के तहत स्कूलों में ‘डेमोक्रेसी क्लब’ (Democracy Club) बनाए जाएंगे, जिनका उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना और चुनावी साक्षरता बढ़ाना है। पढ़िए पूरी खबर…
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CBSE की गाइडलाइन के मुताबिक, स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों को लोकतंत्र में उनकी भूमिका और चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। पिछले कुछ दशकों में पढ़े-लिखे व्यक्तियों की राजनीति में भागीदारी कम होने और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों की संख्या बढ़ने से लोकतंत्र के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, बच्चों को चुनावी साक्षरता और लोकतंत्र के मूल्यों की जानकारी देना आवश्यक हो गया है।
इस मुहिम में केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) भी शामिल होगा। स्कूल स्तर पर चुनावी क्लबों का गठन किया जाएगा, जो नागरिक सहभागिता, लोकतांत्रिक भागीदारी और सक्रिय नागरिकता को बढ़ावा देंगे। इसके माध्यम से बच्चों को मॉक चुनावों का आयोजन कराकर मतदान प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की जानकारी दी जाएगी।
मॉक इलेक्शन से समझेंगे वोटिंग प्रक्रिया
बच्चों को मॉक या डमी इलेक्शन (Dummy Election) के माध्यम से प्रचार, मतदान व मतगणना के चरणों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही लोकतंत्र, शासन, चुनावी सुधार और समसामयिक मुद्दों पर वाद-विवाद, पैनल चर्चा और खुले मंच आयोजित करने का अवसर भी मिलेगा। इसके लिए चुनाव अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा जिससे वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के महत्व पर व्याख्यान दे सकें।
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बच्चों में बोलने की क्षमता होगी विकसित
चुनावी क्लब (Electoral Club) के माध्यम से ऐसा माहौल तैयार किया जाएगा कि बच्चों में बोलने की क्षमता विकसित होगी। चुनावी क्लबों और लोकतंत्र क्लबों में सभी बच्चों सदस्य बन सकेंगे। स्कूलों को क्लब गतिविधियों के संचालन और देखरेख के लिए सलाहकार या समन्वयक नियुक्त किए जाएंगे।