Kumar vikash. Khabrimedia.com
मानसून की देरी और भीषण गर्मी ने कई शहरों में अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है.इसका सीधा असर आम जन जीवन पर पड़ा है.और इसी का नतीजा है कि बनारस के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट शवदाह करने वालों की भीड़ बढ़ गई है.घाट पर जगह नहीं होने के कारण लोगों को लंबा इंतजार तक करना पड़ रहा है .
रविवार को वाराणसी का तापमान 45 डिग्री के आसपास घूमता रहा और तेज धूप के साथ लू का भी भयंकर प्रभाव देखने को मिला.तेज धूप और गर्मी की वजह से लोग अपने घरों में ही रहना पसंद कर रहे है जिसकी वजह से सड़के तो पूरी खाली-खाली सी रही पर
महाश्मशान मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट शवों की लंबी कतारें देखने को मिली.
रविवार को भीषण गर्मी की वजह से दशाश्वमेध, लक्सा, भेलूपुर और जैतपुरा क्षेत्र में सात लोगों की मौत हो गई। मौत की असली वजह साफ नहीं है, लेकिन ज्यादातर लोग गश खाकर गिरे और मूर्छित हो गए। बाद में दम तोड़ दिया।
काशी के रहने वाले पुराने लोगों के अनुसार ऐसी भीषण गर्मी करीब 30 साल पहले ही देखने को मिली थी जब गर्मी की वजह से लोगों की इतनी मौते हुई हो.
भीषण गर्मी की वजह से वाराणसी के अलावा यूपी के बलिया में भी अभी तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.जिसमे से अधिकतर लोगों तेज बुखार ,चक्कर आना या उल्टी और दस्त ही देखने को मिला