कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
लोकसभा चुनाव में अब मुश्किल से 6 महीने का समय बचा है जिसको ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने अपनी तैयारियों को गति देनी शुरू कर दी है। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की निगाहें उन सीटों पर है, जहां बीते चुनाव में भाजपा तीसरे और चौथे स्थान पर रही थी। पार्टी की योजना इन सीटों पर जल्द से जल्द उम्मीदवार घोषित करने की है। इसी क्रम में ऐसी 160 सीटों पर भावी रणनीति और उम्मीदवारों के नाम पर विमर्श करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह एक सितंबर को अहम बैठक करेंगे।
ये भी पढ़ें: राजस्थान की गहलोत सरकार का कार्मिकों को बड़ा तोहफा
बीजेपी लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले 2019 में हारे हुए सीटों पर जो 160 के करीब सीट है उनपर पहले उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर देगी, ताकि चुनाव लड़ने वाले नेता को प्रचार के लिए अपने क्षेत्र में पूरा समय देने के लिए मौका मिल सके।
ये भी पढ़ें: MP Election 2023: कांग्रेस के कमलनाथ का बड़ा संकल्प
बीजेपी जिन सीटों पर लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले उम्मीदवार के नाम का ऐलान करना चाहती है उसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की सीट, सपा नेता डिंपल यादव और एनसीपी के नेता सुप्रिया सुले का गढ़ जैसे देश के करीब 160 लोकसभा सीट ऐसी है जहां बीजेपी पहले से प्लानिंग के साथ मैदान में उतरना चाहती है।
इनमें से अधिकांश सीटें वैसी है जहां बीजेपी कमजोर दिखाई पड़ती है. बीजेपी का मकसद इन 160 सीटों में से कम से कम 80 सीटों पर 2024 चुनाव में जीत कर आने का है. बीजेपी अगले साल होने वाले आम चुनाव में कोई भी कमजोर पक्ष को छोड़ने की गलती नहीं करना चाह रही है, जो पार्टी को तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने से रोक दे और इसी लिए इस प्लानिंग दिल्ली से शुरू हो गई,अमित शाह और जेपी नड्डा सहित बीजेपी के जीतने भी कद्दावर नेता है वो इसपर अभी से काम करना शुरू कर दिए है।
भाजपा ने इसी तरह 2019 के चुनावों में मुश्किल सीटों की लिस्ट तैयार की थी और उनमें से बड़ी संख्या में जीत हासिल की थी। 2014 में 282 की तुलना में भाजपा 2019 में 543 सदस्यीय संसद में 303 सीटें जीतने में कामयाब रही।