Bihar: वैशाली के पत्रकार के बेटे हर्ष राज का हत्यारा कौन?

बिहार
Spread the love

Bihar News: बिहार से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि पटना के सुलतानगंज थाना क्षेत्र स्थित लॉ कालेज (Law College) के परिसर में दोपहर लगभग एक बजे स्नातक की परीक्षा (Graduation Exam) देकर निकले छात्र हर्ष राज (22) की बदमाशों ने पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद नकाबपोश हमलावर गायब हो गए। हर्ष बीएन कालेज के स्नातक लास्ट ईयर के छात्र थे। वे मेधावी छात्र होने के साथ राजनीति में भी काफी एक्टिव थे। साथ में लोकनायक युवा परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में भी उनकी सक्रियता नजर आई थे। वे समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी शांभवी चौधरी के चुनाव प्रचार में जुटे थे।

ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।

ये भी पढ़ेंः 1 जून से देश में 25 हज़ार का सीधा चलान..गाड़ी भी होगी ज़ब्त

Pic Social Media

परीक्षा खत्म होते ही हर्ष क्लासरूम से बाहर निकले और परिसर में आकर बुलेट बाइक पर बैठे ही थे कि आधा दर्जन की संख्या में रहे हमलावर उनपर टूट पड़े। उन्होंने लाठी-डंडे से हर्ष की बुरी तरह पिटाई कर दी। ईंट-पत्थर से भी पीठ और पेट पर वार किया। बेहोश होने तक पीटते रहे, फिर बाइक से भाग गए।

बिहार में चुनाव आयोग के हाथ में कमान है। बिहार पुलिस मुस्तैद है। पटना के प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में पुलिसिया सुरक्षा के बीच परीक्षा हो रही थी। फिर भी इस तरह घेरकर हर्ष राज को 15 मिनट तक पीटा गया। सवाल बहुत उठ रहे हैं और पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

ये भी पढे़ंः Top 10 University In India: भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी जहां पढ़ना बच्चों का ख्वाब

चुनाव आयोग और बिहार पुलिस पर बड़ा प्रश्न चिन्ह

देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू है। सबकुछ एक तरह से चुनाव आयोग के ही नियंत्रण में है। तो क्या राजधानी पटना में इस तरह पटना लॉ कॉलेज के अंदर 15 मिनट तक पीटते-पीटते की गई हत्या के लिए चुनाव आयोग चुप रहेगा या कोई बड़ा एक्शन भी लेगा? वह भी तब, जबकि समस्तीपुर लोकसभा चुनाव (Samastipur Lok Sabha elections) में लोक जनशक्ति पार्टी की प्रत्याशी शांभवी चौधरी के साथ साये की तरह एक्टिव रहे एक राजनीतिक कार्यकर्ता की वहां से पटना आने के बाद हत्या हो गई। पटना में 1 जून को वोटिंग होनी है, उसके पांच दिन पहले सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों से भरे अशोक राजपथ से लगे लॉ कॉलेज परिसर में परीक्षा देकर निकलते छात्र की हत्या बिहार पुलिस महकमे के तमाम दावों की सच्चाई बता रही है। पटना विवि को अब भी डर है कि कुछ बड़ा हो सकता है, इसलिए सारी परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई है।

हत्या के हो सकते हैं ये तीन कारण

सत्तारूढ़ राजद के नेताओं के साथ एक्टिव रहे हर्ष राज की हत्या के बाद विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल ने उसकी पिटाई का एक वीडियो जारी करते हुए हत्यारों पर तत्काल एक्शन लेने की मांग की। समस्तीपुर से राजग प्रत्याशी शांभवी चौधरी ने अपने भाई जैसे सहयोगी की इस हत्या पर गुस्सा जाहिर किया। लेकिन, सोमवार को दिन के लगभग 1 बजे हुई इस हत्या के मामले में सुबह तक पुलिस कुछ घोषित तौर पर नहीं बता सकी है। तीन कारणों को लेकर चर्चा हो रही है, लेकिन पुलिस किसी एक को अंतिम नहीं बता सकी है।-
पहला कारण कि हर्ष राज वैशाली के पुराने पत्रकार का इकलौता बेटा था और निकटवर्ती जिले समस्तीपुर में राजद प्रत्याशी को जिताने में लगा हुआ था। तो, क्या यह हत्या समस्तीपुर में उसकी सक्रियता के कारण हुई है?
दूसरा कारण कि लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव 2025 के बीच पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव होगा और हर्ष राज को इसका मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा था। तो, क्या चुनाव के पहले ही प्रतिद्वंद्वी की ही हत्या कर दी गई?
तीसरा कारण हो सकता है कि पिछले साल अक्टूबर में हर्ष राज ने पटना में जदयू मुख्यालय के बगल में डांडिया नाइट कार्यक्रम कराया था। इसमें स्टेज पर मनमाने तरीके से कब्जा जमाने की कोशिश में पटना विवि के कुख्यात हॉस्टलों जैक्सन और पटेल छात्रावास के लड़कों के बीच मारपीट हुई थी। तो, क्या हर्ष राज से उसकी खुन्नस इतने समय बाद आचार संहिता और परीक्षा में पुलिस की ड्यूटी के बीच निकाली गई?

देखते रहे लोग किसी ने नहीं की बचाने की कोशिश

पटना के लॉ कॉलेज में सरेआम यह हत्या हुई। वह भी लॉ की परीक्षा के दिन लॉ एंड ऑर्डर से खिलवाड़ हुआ। बहुत सारे लड़के-लड़कियां यहां इस मर्डर को देख रहे थे। कुछ वीडियो भी बना रहे थे। यहां पुलिस भी सुरक्षा में लगी हुई थी। इन सभी के बीच एक पत्रकार के इकलौते जवान बेटे की हत्या का तमाशा देखने वालों ने विरोध नहीं किया। वहां इतनी ईंटें तो जरूर थीं, जिन्हें बरसाकर दूर से भी उन हमलावरों को भगाया जा सकता था, लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं की। और न ही जरूरत समझा। 15 मिनट तक हर्ष को पीटा गया। उसके साथ रहा दोस्त भागने में कामयाब रहा, लेकिन निशाने पर रहा हर्ष भाग नहीं सका। जिस जगह पर हत्या हुई, वहां लॉ की पढ़ाई करने वालों ने लॉ एंड ऑर्डर से खिलवाड़ होते भी देखा, लेकिन हिम्मत नहीं दिखाई।