नोएडा अथॉरिटी ने उन बिल्डरों को शिकंजा कसना शुरू कर दिया है जो अथॉरिटी का बकाया नहीं भर रहे थे। प्राधिकरण ने सेक्टर-46 गार्डेनिया एम्स डेवलपर्स प्रा लि, सेक्टर-137 लाजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा लि और सेक्टर-75 गार्डेनिया गेटवे इंडिया लिमिटेड के अनसोल्ड फ्लैट और टावर को सील कर दिया है.
प्राधिकरण के ग्रुप हाउसिंग के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि ये तीनों बिल्डर प्राधिकरण का बकाया नहीं दे रहे हैं. इससे बायर्स की रजिस्ट्री नहीं हो रही है. इसमें गार्डेनिया एम्स डेवलपर्स प्रा लि सेक्टर-46 जीएच-01 पर बना हुआ है.
3 सितंबर 2009 को ये प्रोजेक्ट आवंटित किया गया था. इसमें 20 टावर स्वीकृत हैं, जिसमें से 7 टावरों का सीसी जारी करने बाद निरस्त किया गया. 31 मार्च 2023 तक प्राधिकरण के ऊपर इसका बकाया 603.15 करोड़ रुपए हो गया. प्राधिकरण ने इस प्रोजेक्ट के डी-2 टावर और 110 अनसोल्ड फ्लैट को सील कर दिया है.
लॉजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर के अनसोल्ड फ्लैट और ऑफिस सीलसेक्टर-137 जीएच-2 में लॉजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड का प्रोजेक्ट है, इसमें 17 टावर स्वीकृत हैं. 10 टावरों का सीसी जारी कर दिया गया है. 31 मार्च तक इस पर 379.65 करोड़ रुपए का बकाया है. प्राधिकरण ने दो अनसोल्ड फ्लैट, दो स्टोर व मार्केटिंग आफिस को सील कर दिया है. सेक्टर-75 जीएच-09 में स्थित इस प्रोजेक्ट का 12 जनवरी 2012 को आवंटन हुआ था. इसमें 9 टावर स्वीकृत हैं, जिसमें किसी भी टावर का सीसी जारी नहीं किया गया है. 31 मार्च तक बिल्डर पर 103.38 करोड़ रुपए बकाया है. इसका एक अनसोल्ड फ्लैट सील किया गया है.
(सौ. न्यूज़18)