METRO UPDATE : ये ख़बर उन तमाम लोगों के लिए है जो दिल्ली-NCR में रहते हैं और उन्हें गाजियाबाद आने-जाने के लिए घंटों जाम से जूझना पड़ता है। क्योंकि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले महीने से देश की पहली सेमी हाईस्पीड रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) जिसका नाम रैपिडेक्स (RAPIDX) रखा गया है। इसका विस्तार शुरू कर दिया जाएगा। जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने नोएडा सेक्टर-62 से वसुंधरा कट तक प्रस्तावित मेट्रो को थोड़ा आगे बढ़ाकर साहिबाबाद के रैपिड एक्स स्टेशन से जोड़ने के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं.
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रैपिडएक्स प्राथमिक खंड में यानी साहिबाबाद से दुहाई तक अगले माह शुरू होने जा रही है. साहिबाबाद स्टेशन से वैशाली मेट्रो स्टेशन की दूरी कम है. इसलिए वैशाली मेट्रो का विस्तार ज्यादा उपयोगी नहीं होगा. जीडीए नोएडा सेक्टर 62 की लाइन का विस्तार कर वसुंधरा कट तक लाने की योजना बना रहा है.
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जीडीए इसके लिए डीएमआरसी से विस्तृत सर्वे कराएगा. इस प्रस्ताव में लागत कम आएगी. अभी वैशाली से मोहन नगर तक मेट्रो प्रोजेक्ट की प्रस्तावित लागत 1808.22 करोड़ और नोएडा सेक्टर-62 से वसुंधरा कट तक प्रस्तावित लागत 1517 करोड़ रुपये हैं. अब यदि जीडीए सिर्फ नोएडा सेक्टर-62 मेट्रो को ही रैपिड एक्स के साहिबाबाद स्टेशन से जोड़ने के प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ता है तो लागत 1800 करोड़ के आसपास होगी.
कैसे फायदेमंद होगा रैपिडेक्स ?
दरअसल देश में मेट्रो प्रोजेक्ट को विस्तार देने का काम अब रीजनल रेल रैपिडेक्स के सहारे किया जा सकता है। अगर यह प्रोजेक्ट सही रहा तो इससे मेट्रो को और अधिक मात्रा में यात्री मिलेंगे। इतना ही नहीं इसके साथ ही वहां के स्थानीय लोगों को भी सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा।