Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को लेकर खुश कर देने वाली खबर आ गई है। आपको बता दें कि यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होता है जो शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाता है। इसका निर्माण तीन चरणों में हो रहा है। पहला सेक्शन अक्षरधाम और कुंडली पलवल एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा। इस सेक्शन के मार्च, 2024 तक यातायात शुरू होने की पूरी उम्मीद है।
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बता दें कि पहले चरण की कुल लंबाई 31.6 किलोमीटर है। इसमें से करीब 18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है। यह हिस्सा दिल्ली के शास्त्रीनगर से शुरू होकर लोनी तक जाता है। एलिवेटिड रोड का 90 फीसदी सिविल वर्क हो गया है। बाकी बचा काम को पूरा करने की कवायद जोर-शोर से चल रही है।
अक्षरधाम से ईपीई क्रॉसिंग (EPE Crossing) तक यह एक्सप्रेसवे पूर्वी दिल्ली की घनी आबादी के बीच से जा रहा है। इसके निर्माण के समय आवाजाही में लोगों को परेशानी का सामना न करना पडे़ इसके लिए 18 किमी. तक एलेवेटेड बनाया जा रहा है। एलिवेटिड रोड बनने की वजह से गीता कालोनी, खजूरी खास, मंडोला और पंचगांव जैसी घनी आबादी वाली जगहों से वाहनों को नहीं गुजरना होगा। वाहन ऊपर से निकल जाएंगे। इससे बागपत, सहारनपुर और उत्तराखंड जाने वाले वाहन चालकों को जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में इस एक्सप्रेसवे का पहला एलिवेटिड सेक्शन साढे ट्रोनिका सिटी को क्रॉस करके पंचलोक गांव तक जाएगा। दूसरा एलिवेटिड सेक्शन मंडोला गांव से शुरू होकर ईस्टर्न पेरिफल एक्सप्रेसवे तक जाता है। ये दोनों ही सेक्शन अब करीब करीब बनकर तैयार हैं।
एलिवेटिड सेक्शन (Elevated Section) के साथ ही जमीन पर जिस हिस्से में रोड बनाना है, वह भी पहले सेक्शन में बनकर तैयार हो चुका है। इसी से उम्मीद की जा रही है कि मार्च तक पहले सेक्शन पर यातायात चालू हो जाएगा।
यह रास्ता खुलने के बाद दिल्ली से देहरादून की दूरी 6 घंटे से घटकर करीब 2.5 घंटे तक आ जाएगी। इस रूट से दिल्ली-हरिद्वार के सफर में 2 घंटे कम लगेंगे। वहीं दिल्ली से ऋषिकेश 3 घंटे में पहुंचना संभव हो सकेगा।
एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर (Asia Longest Wildlife Corridor) बन रहा है। इस कॉरिडोर के बनने से जंगली जानवरों और इंसानों को एक दूसरे का आमना-सामना नहीं होगा। कॉरिडोर के ऊपर से जहां वाहन दौड़ेंगे, वहीं नीचे से हाथी सहित अन्य जंगली जानवर आसानी से गुजर सकेंगे।