उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Nodia News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) से एक चौकाने वाली ख़बर सामने आ रही है, जहां दो लाख बैंक खातों में दो सालों से भी ज्यादा दिनों से कोई लेनदेन नहीं होने से करीब 10 हजार करोड़ रुपये फंस गया है। लेनदेन न होने की वजब से बैंकों ने इन खातों को इनएक्टिव (Inactive) कर दिया है। फिर से खातों को एक्टिव कराने के लिए केवाईसी (KYC) करानी पड़ेगी इसके बाद ही खातों से पैसों की निकासी हो सकेगी। इन खातों में 55 हजार के करीब करंट तो वहीं 1.55 लाख के करीब सेविंग अकाउंट हैं। इनमें सबसे अधिक करंट अकाउंट में पैसा जमा है।
ये भी पढ़ेंः दिल्ली के सबसे अमीर आदमी से मिलिए..अंबानी-अडाणी के बाद इनका नंबर
ये भी पढ़ेंः Diwali पर केंद्रीय कर्मचारियों की मौज़..इतना बोनस दे रही है सरकार
बता दें कि नोएडा-ग्रेनो शहर में 35 बैंकों की 570 ब्रांच संचालित हैं। इनमें करीब 12.5 लाख खाताधारक हैं। ध्यान देने वाली बात यह है सभी खातों में 2 लाख बैंक खाते बिना लेनदेन के इनएक्टिव हो चुके हैं। इन बैंक खातों में करीब 8 हजार करोड़ रुपये जमा है। ज्यादातर यह बैंक खाते कंपनियों के हैं। हर एक खाते में औसतन 14.86 लाख रुपये जमा है। इसके अलावा 1.45 लाख बैंक खातों में करीब 2 हजार करोड़ रुपये जमा हैं।
दो साल से लेनदेन बंद होने के कारण से यह सभी बैंक खाते इनएक्टिव हो गए हैं। दोनों बैंक खातों में केवाईसी के कारण 10 हजार करोड़ रुपये फंसे हैं। बैंक ने इन खातों को बंद नहीं किया है। खाताधारकों की केवाईसी का इंतजार है। केवाईसी के बाद फिर से इनका उपयोग खाताधारक कर सकेंगे।
विदुर भल्ला, लीड बैंक मैनेजर ने बताया कि दो लाख बैंक खातों में दो साल से लेनदेन नहीं हुआ है। इनमें करीब 10 हजार करोड़ रुपये जमा है। केवाईसी के बाद ही इन खातों को एक्टिव किया जा सकेगा। जिन बैंक खातों से लेनदेन नहीं हुआ है उनकी सूचना खाताधारकों को बैंकों से भेजी गई है।