उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की समय और तारीख का ऐलान हो गया है। अगले साल यानी 2024 के 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए साकेत निलयम में रविवार को संघ परिवार की बैठक हुई। इसमें समारोह के अभियान को चार चरणों में बांटकर तैयारियों को आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
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प्राण प्रतिष्ठा का पहला चरण रविवार से शुरू हो गया है जो 20 दिसंबर तक चलेगा। इसमें समारोह की कार्ययोजना की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके लिए छोटी-छोटी संचालन समिति बनाई जाएंगी। जिला व खंड स्तर पर 10-10 लोगों की टोली बनाने पर सहमति बनी है।
टोली में मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को भी शामिल किया जाएगा। टोलियां 250 स्थानों पर बैठकें कर समारोह से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की अपील करेंगी। प्राण प्रतिष्ठा का दूसरा चरण एक जनवरी 2024 से शुरू होगा। इसमें घर-घर संपर्क योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों में पूजित अक्षत, रामलला के विग्रह का चित्र व एक पत्रक दिया जाएगा।
इसके जरिये लोगों से समारोह के दिन दीपोत्सव मनाने की अपील की जाएगी। 22 जनवरी को तीसरे चरण में रखा गया है। उस दिन पूरे देश में उत्सव हो व घर-घर अनुष्ठान हों, ऐसा माहौल बनाया जाएगा। चौथे चरण में देशभर के भक्तों को रामलला के दर्शन कराने की योजना है। यह चरण गणतंत्र दिवस से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगा। यह अभियान प्रांतवार चलाया जाएगा। अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं को 31 जनवरी व 01 फरवरी को दर्शन कराने पर योजना है।
रात 2:09 बजे से शुरू होगी 14 कोसी परिक्रमा
रामनगरी की 14 कोसी परिक्रमा 20 नवंबर को रात 2:09 बजे से शुरू होगी। परिक्रमा में लगभग 42 किमी का रास्ता तय करना होगा। इसके लिए सड़कों और चौराहों को तैयार किया जा रहा है। धूल न उठे इसके लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। अस्थायी बस अड्डा भी बनाया गया है। मठ-मंदिर सज गए हैं। लखनऊ से आने वाले भक्त सहादतगंज परिक्रमा मार्ग और फैजाबाद बस स्टेशन पहुंचेंगे। बाईपास से सभी अयोध्या पहुंच सकते हैं। ट्रेन से आने वाले अयोध्या कैंट पहुंचेंगे। यहां से वे अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। ये परिक्रमा 21 नवंबर की रात 11:38 बजे समाप्त होगी।
श्रीराम की मूर्ति पर पड़ेंगी सूर्य की किरणें
मीडिया एजेंसी को दिए साक्षात्कार में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा ने मंदिर के भूतल यानी ग्राउंड लेवल का काम निश्चित तौर पर 31 दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। ट्रस्ट ने ये निर्णय लिया है कि 14 जनवरी के बाद मकर सक्रांति के बाद वहां पर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित होगा। जो साधु-संत जो इस विद्या में निपुण हैं, उन लोगों की राय से प्रारंभ किया जाएगा।
भगवान के माथे पर पड़ेंगी सूर्य की किरणें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के प्रधान सचिव रहे मिश्रा ने राम मंदिर के निर्माण और इस दौरान आई चुनौतियों पर भी बातचीत की। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह और इसकी तैयारियों को लेकर बताया कि मंदिर में हर साल रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें श्रीराम की मूर्ति पर पड़ें, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि गर्भ गृह में दो मूर्तियां होंगी, एक चल और एक अचल। एक श्रीराम की बाल्यावस्था की और दूसरी रामलला की। मिश्रा ने आगे कहा भगवान राम चार या पांच वर्ष की उम्र के होंगे और मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच होगी।
राममंदिर की थीम पर रामजन्मभूमि मार्ग पर बन रहा प्रवेश द्वार
नवनिर्मित रामजन्मभूमि मार्ग पर प्रवेश द्वार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लगभग साढ़े 13 करोड़ की लागत से बनने वाला द्वार राममंदिर की थीम पर बन रहा है। मिर्जापुर से नक्काशीदार गुलाबी पत्थर मंगवाए गए हैं। 12-12 मीटर के दोनों तरफ स्तंभ बनाए जाने हैं। इन स्तंभों के बीच की दूरी लगभग 30 मीटर होगी। मंदिर निर्माण समिति ने प्रवेश द्वार को दिसंबर माह तक पूरा करने को कहा है। प्रवेशद्वार भी दूर से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर सके ट्रस्ट की ऐसी कोशिश है। जनवरी माह के पहले मंदिर से संबंधित सभी कार्य पूरे हो जाएं इसलिए ट्रस्ट ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है।