AajTak Nashik News: लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election 2024) की हर हलचल पर नजर रखने के लिए आजतक (Aajtak) की टीम दर्शकों से चुनावी मिज़ाज़ जानने के लिए महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक (Nashik) पहुंच गई। आजतक का हेलिकॉप्टर शॉट (Helicopter Shot) चला तो नेताओं के तमाम वादे धरातल पर आ गए।
आजतक(Aajtak) की सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप(Anjana Om Kashyap) के सामने नासिक की जनता ने सभी पार्टियों के दावे में से सवाल निकालकर उनके जवाब तलाशने शुरू कर दिए।
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सबसे पहले प्याज की माल पहने एक व्यापारी से जब अंजना ने सवाल किए कि उन्होंने प्याज़ की माला क्यों पहनी है तो उनका कहना था कि प्याज हमारी थाली से दूर होती जा रही है। 25 सालों में कभी नहीं लगा कि प्याज का भाव कम हुआ है। यहां मौजूद दूसरे किसानें ने कहा कि इस बार किसान काफी परेशान हैं उनकी मांग है कि निर्यात बंदी हटा दी जाए।
यहां मौजूद शिवसेना पार्टी (शिंदे गुट) के सपोर्टर ने कहा कि हेमंत गोडसे ने लगातार दो चुनावों में यहां तो जीत दर्ज की है विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है और इस बार भी जीत हेमंत गोडसे की ही होने जा रही है।
कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के नेता ने कहा कि असल में ये लड़ाई महंगाई, बेरोजगारी और विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गारंटी-गारंटी करते हैं यह देश में पहली बार हो रहा है कि पीएम मोदी बीजेपी गारंटी खत्म करके मोदी गारंटी पर आ गए है।
यहां मौजूद एक महिला डॉक्टर ने कहा कि जो बेरोजगारी अभी बढ़ी है, पढ़ाई करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है। दूसरी बात उन्होंने कहा कि बस की टिकट की कीमतें कम हुई, अच्छी बात है लेकिन गैस सिलेंडर की कीमतें भी कम की जानी चाहिए। घूमने से कहीं ज्यादा खाना जरूरी है।
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बीजेपी (BJP) नेता ने कहा कि इस बार चुनाव में हमारी पार्टी ने 78 मुद्दों को पूरा करके जनता के बीच में आए हुए हैं। प्याज के दाम थोड़ी सी बढ़ने पर राहुल गांधी संसद से वॉकआउट करते हैं, कांग्रेस वाले प्याज के किसानों की बात करते हैं तो राहुल गांधी वाकआउट क्यों किया।
नासिक लोकसभा सीट का इतिहास
पहले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में नासिक लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। जी.एच देशपांडे सांसद चुने गए थे। इसके बाद 1957 में भाउराव किशनजी गायकवाड़ शेड्यूल कास्ट फेडरेशन से चुनाव में जीत दर्ज की। 1962 में दोबारा जी. एच देशपांडे चुनाव जीतकर सांसद बने, लेकिन उनके निधन के बाद 1962 में दोबारा जी. एच देशपांडे चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। लेकिन उनके निधन के बाद 1963 में यहां दोबारा उपचुनाव हुए। जिसमें यशवंत राव चव्हाण सांसद बने।
बता दें कि यशवंत राव चव्हाण महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री थे, वो उप-प्रधानमंत्री भी रहे। इसके बाद हुए चुनाव में 1967 में बी. आर कवाडे सांसद बने, वो 1971 में दोबारा जीते।
कांग्रेस के जीत का सिलसिला 1977 में विट्ठल राव हांडे ने तोड़ा। वो शेतकरी कामगार पक्ष की टिकट से सांसदी का चुनाव जीते। लेकिन 1980 के चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की। प्रताप राव वाघ सांसद बने। उनके बाद 1984 में मुरलीधर माने कांग्रेस से चुनाव जीते।
1989 में बीजेपी को मिली जीत
नासिक लोकसभा सीट पर पहली बार बीजेपी ने 1989 में जीत हासिल की। दौलतराव अहेर सांसद चुने गए। लेकिन एक ही साल में यहां समीकरण बदले और कांग्रेस ने 1991 में हुए चुनाव मे वापसी कर ली।
शिवसेना और एनसीपी
1990 के दशक में कांग्रेस की पकड़ नासिक लोकसभा सीट पर कमजोर होने लगी। जिसका असर 1996 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। यहां शिवसेना ने पहली बार जीत हासिल की। राजाराम गोड़से सांसद बने। लेकिन 1998 के चुनाव में कांग्रेस की वापस एंट्री हुई और माधव पाटिल चुनाव जीते। इसके बाद नासिक लोकसभा सीट पर कांग्रेस का यहां से पूरी तरह सफाया हो गया। 1999 में शिवसेना के उत्तमराव धिकाले चुनाव जीते। लोकसभा चुनाव 2004 में एनसीपी यहां पहली बार सत्ता में आई। देविदास आनंदराव पिंगले चुनाव जीते।2009 में एनसीपी दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब रही। छगन भुजबल के भतीजे समीर भुजबल सांसद. ने।
2014-2019 में शिवसेना को मिली जीत
2014 और 2019 में यहां से शिवसेना की वापसी हुई और शिवसेना की जीत दिला कर और हेमंत गोडसे सांसद बने।