मयंक सक्सेना माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय MABJ 2006-2008 का छात्र..एक ऐसा पत्रकार जिससे जब भी मिलिए..शरीर नई ऊर्जा से भर जाता था। किसे पता था कि यही मयंक सक्सेना, जो बात-बात पर दूसरों हंसाने वाला, एक दिन सबको रुलाकर चला जाएगा।
वो एक अच्छा रिपोर्टर भी था वहीं एक अच्छा स्र्किप्ट राइटर भी। स्टोरी टेलर तो पूछिए मत..किसी भी मुद्दे पर बात करवा लो..कविता, कहानी, और ना जाने क्या क्या..मयंक ने तमाम चैनलों, अखबारों में काम किया। लेकिन घूमक्कड़ और फक्कड़ किस्म की पत्रकारिता उसे ज्यादा अच्छी लगती थी। इतनी कम उम्र में मंयक का जाना..यकीन ही नहीं हो पा रहा है। मयंक को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें।