Zee मीडिया के पत्रकार समझ नहीं पा रहे हैं कि करें तो आखिर क्या?

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देश के प्रतिष्टित मीडिया संस्थानों में से एक ज़ी मीडिया(Zee Media) में कल यानी शुक्रवार देर शाम इंक्रीमेंट हुआ। आप भी सोच रहे होंगे कि इंक्रीमेंट से अच्छी बात और क्या होगी। इंक्रीमेंट का लेटर आ गया। लोग इस गलतफहमी में थे कि इस बार तो तगड़ा इंक्रीमेंट होगा। लेकिन सूत्रों के मुताबिक जो इंक्रीमेंट हुआ है वो ऊंट के मुंह में जीरे जैसा..वो भी शुक्रवार देर शाम ताकि कोई भी HR से अपने इंक्रीमेंट को लेकर सवाल-जवाब ना कर सके। और तो और P3 मतलब मैनेजर लेवल के लोग इंक्रीमेंट तो भूल ही जाएं मतलब इनका तो कुछ भी नहीं हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक पत्रकारों को 4-6 फीसदी का इंक्रीमेंट दिया गया है। यही नहीं उनका साल भर का वेरिएबल का कोई नामोनिशान नहीं है। मतलब एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा। इंक्रीमेंट भी जरुरत से ज्यादा कम और वेरिएबल भी नहीं। और तो और हफ्ते में दो छुट्टियों की जगह की Alternate दो वीकली ऑफ। ऐसे में ज़ी मीडिया के पत्रकार समझ नहीं पा रहे हैं है कि खुश हो लें या फिर इसका दुखड़ा रोया जाए।