मिठाई किसे नहीं पसंद है, दूध से बनी मिठाई तो अक्सर आप भी खाते रहते होंगें। कई सारी दूध की मिठाई तो आपकी फेवरेट भी होंगीं। ऐसे ही आज हम आपको मजिस्ट्रेट मिठाई के बारे में बताने जा रहे हैं, ये मिठाई बक्सर से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर सरेंजा गांव में खाने को मिलेगी। इसे दूध से तैयार किया जाता है, इसे बनाने में करीब चार से पांच घंटे का समय लगता है।
50 से भी ज्यादा वर्षों से बक्सर में तैयार की जा रही है ये मजिस्ट्रेट मिठाई
इस मजिस्ट्रेट मिठाई को तैयार करने वाले हलवाई गोरख गुप्ता का कहना है कि तक़रीबन 20 लीटर के दूध को उबालकर इसे तैयार किया जाता है। दूध को तबतक उबाला जाता है जब तक ये 4 लीटर का नहीं हो जाता है, उसके बाद मजिस्ट्रेट मिठाई को तैयार किया जाता है। ये मिठाई करीब 50 वर्षों से यहाँ तैयार की जा रही है, वहीं डायबिटीज के पेशेंट्स भी इस मिठाई को खा सकते हैं। इसके पीछे की वजह है कि शुगर इसमें केवल नाम मात्र ही डाली जाती है, लगभग न के बराबर। दूध को इतना गर्म किया जाता है कि उसका पूरा स्वाद खुद बदल जाता है और नेचुरल तरह से मीठापन आ जाता है। इसलिए ज्यादा शुगर डालने की जरूरत नहीं पड़ती है।
मिठाई को तैयार करने वाले गोरख बताते हैं कि मजिस्ट्रेट मिठाई 300 से लेकर 350 रुपये किलो बिकती है। यहाँ पर आरा, बनारस, मोहनिया, बक्सर के लोग मिठाई खरीदने जरूर आते हैं। मजिस्ट्रेट मिठाई इतनी फेमस है कि रोजाना 20 से 25 किलो तो ये बिक ही जाती है, यहाँ लोग खाने तो आते ही हैं साथ ही साथ पैक करवाकर भी ले जाते हैं। शादी के समारोह में इस मिठाई की डिमांड और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
ग्राहकों का भी कहना है ये मिठाई इतनी शुद्ध और स्वादिष्ट है कि रोज इसे खाने की इच्छा करती है, ऐसे में आधा से एक किलो तो इसे आते जाते खरीद ही लेते हैं।