बीसीसीआई (BCCI) ने अपने सालाना कॉन्ट्रेक्ट से जैसे ही ईशान किशन (Ishaan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को बाहर का रास्ता दिखाया है। वैसे ही ईशान और अय्यर के सपोर्ट मेंपूर्व खिलाड़ियों ने बीसीसीआई की आलोचना करना शुरू कर दी है। लेकिन इन सबके बीच भारत (India) को अपनी कप्तानी में पहला विश्वकप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने बीसीसीआई का पूरा सपोर्ट किया है।
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कपिल ने इस मुद्दे पर साफ किया है कि यह क्रिकेट बोर्ड ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट (Cricket) के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है। कपिल देव ने कहा,”मैं बहुत खुश हूं कि क्रिकेट बोर्ड ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है। लड़कों को वह जरूर खेलना चाहिए, यह देश के लिए अच्छा है।’ जो भी देश के लिए अच्छा है, मुझे उसमें ख़ुशी होती है। हां, कुछ खिलाड़ियों को नुकसान होगा…कुछ को तकलीफ होगी…होने दो, लेकिन देश से बढ़कर कोई नहीं है। बहुत अच्छा।”
उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से इस प्रक्रिया में भरोसा करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने संबंधित राज्य के लिए खुद को उपलब्ध कराएं। इससे घरेलू खिलाड़ियों को उनका समर्थन मिलने से मदद मिलती है। साथ ही यह राज्य संघ द्वारा दी गई सेवाओं को वापस लौटाने का भी अच्छा तरीका है।’ कपिल ने साथ ही माना कि स्थापित हो चुके स्टार खिलाड़ियों का दायित्व है कि वे घरेलू क्रिकेट खेले क्योंकि उन्हें अपने संबंधित राज्यों की ओर से खेलते हुए ही सफलता मिली है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई (BCCI) ने अपने सालाना कॉन्ट्रैक्ट से ईशान किशन, श्रेयस अय्यर, यजुर्वेद चहल जैसे खिलाड़ियों को इस कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया है जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया है।
सीजन 2024-2025 के लिए जारी की गई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट (Contract List) में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को एक प्लस ग्रेड में रखा गया है तो वहीं बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह, जितेश शर्मा, रजत पाटीदार को सी ग्रेड में जगह मिली है।
ग्रेड A+ से C तक की लिस्ट
ग्रेड ए+: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा।
ग्रेड ए: रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या।
ग्रेड बी: सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल।
ग्रेड सी: रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, केएस भरत, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और रजत पाटीदार।
किस ग्रेड में कितनी मिलती है सैलरी?
गौरतलब है की यदि कोई खिलाड़ी इस अवधि के भीतर न्यूनतम तीन टेस्ट या आठ वनडे या 10 टी20 खेलने के मानदंडो को पूरा करते हैं तो उन्हें स्वचालित अनुपात के आधार पर ग्रेड सी में शामिल कर लिया जाता है।
बता दें ग्रेड ए प्लस (Grade A+) में जिस खिलाड़ी को रखा जाता है उसे सालाना 7 करोड़ रुपए दिए जाते हैं। वहीं जो खिलाड़ी ए ग्रेड में होते हैं उन्हें 5 करोड़ रुपए, बी ग्रेड वाले खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपए और जिन खिलाड़ियों को सबसे निचले यानी ग्रेड सी में रखा जाता है। उन्हें सालाना 1 करोड़ रुपए दिए जाते हैं।