दिल्ली में ‘आप’ को ‘हाथ’ का साथ..BJP के खिलाफ़ मोर्चेबंदी की तैयारी

TOP स्टोरी गाज़ियाबाद ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है। जिसके साथ ही मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी 4 सीट और कांग्रेस पार्टी 3 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी के हिस्से राजधानी की नई दिल्ली, वेस्ट दिल्ली, साउथ दिल्ली और ईस्ट दिल्ली सीट आई है। वहीं कांग्रेस पार्टी दिल्ली की एकमात्र आरक्षित नॉर्थ वेस्ट सीट, चांदनी चौक और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से अपने उम्मीदवार उतारेगी।

बीजेपी पिछले दो लोकसभा चुनावों से दिल्ली में सातों सीट जीतती आ रही है। 2019 के लोकसभा चुनावों में दिल्ली में बीजेपी का वोट शेयर 56.9% रहा है जो दोनो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मिलाकर वोट शेयर से कहीं ज्यादा है। लेकिन indian एलायंस को उम्मीद है की एकसाथ चुनाव लडने से दिल्ली में एंटी इनकंबेंसी यानी बीजेपी के खिलाफ वोट, माइनोरिटी और एससी/एसटी वोट शेयर में बंटवारा नहीं होगा और बीजेपी को सातों सीट पर कड़ी चुनौती मिलेगी। बीजेपी को कड़ा मुकाबला देने के लिए इंडिया गठबंधन के ये नाम संभावितों में शामिल हैं।

नॉर्थ वेस्ट आरक्षित लोकसभा सीट

ये सीट कांग्रेस के हिस्से में आई है। यहां से इलाके के पूर्व सांसद उदित राज को चुनावी मैदान में उतारे जाने की प्रबल संभावना है। उदित राज ने कुछ महीनों से नॉर्थ वेस्ट में अपना चुनावी प्रचार शुरू भी कर दिया है।

वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट

ये सीट आम आदमी पार्टी की ओर से महाबल मिश्रा लड़ेंगे। महाबल इलाके से पूर्व सांसद भी रह चुके हैं और उनके बेटे वेस्ट दिल्ली लोकसभा की द्वारका विधानसभा सीट से विधायक भी हैं। एमसीडी चुनावों में भी पिता पुत्र की जोड़ी ने आम आदमी पार्टी के लिए बेहतर नतीजे हासिल कराए हैं। महाबल मिश्रा पार्टी छोड़ने के बावजूद भी कांग्रेसियों से भी बेहतर संपर्क में बने हुए हैं। 

नई दिल्ली लोकसभा सीट

इस सीट से मोती नगर विधानसभा के विधायक शिव चरण गोयल का नाम लगभग तय है। शिव चरण 2015 और 2020 में दो बार इलाके के विधायक चुने गए हैं। एमसीडी चुनावों में भी गोयल इलाके के सभी वार्ड जीताकर लाए हैं। गोयल को पूर्व सांसद सुशील गुप्ता और सांसद ND गुप्ता का भी विश्वसनीय माना जाता है। खास बात ये भी है की शिव चरण की छवि एक ईमानदार नेता की है और उन्हें AAP संयोजक केजरीवाल का भी विश्वसनीय माना जाता है।

चांदनी चौक लोकसभा सीट

इस सीट पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा का नाम सबसे आगे चल रहा है। अलका लोकसभा के अधीन चांदनी चौक विधानसभा से पूर्व विधायक रह चुकी है। अलका आलाकमान की पसंद मानी जा रही है। अलका के इलावा जेपी अग्रवाल का नाम भी इस सीट पर चर्चाओं में हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की और से लड़े जेपी को पार्टी में सबसे अधिक वोट मिले थे।

ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट

ईस्ट दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी। 2019 में इस सीट से आतिशी चुनाव लड़ी थी। आम आदमी पार्टी सूत्रों के मुताबिक अभी तक इस सीट पर उम्मीदवार के नाम पर मंथन चल रहा है।

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट

इस सीट पर कांग्रेस जेपी अग्रवाल को फिर से आजमा सकती है। जेपी यहां से पूर्व सांसद भी रह चुके हैं। जेपी के इलावा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, संदीप दीक्षित और कन्हैया कुमार के नाम पर भी चर्चा चल रही है।

साउथ दिल्ली लोकसभा सीट

इस सीट पर छतरपुर के विधायक करतार तंवर और तुगलकाबाद के विधायक सहीराम का नाम चर्चा में है। 2019 में राघव चड्ढा इस सीट से चुनाव लडे थे।