IGI Airport: राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) से फ़्लाइट पकड़ने वालों के लिए अच्छी खबर आ गई है। आपको बता दें कि IGI एयरपोर्ट पर बहुत ही जल्द सबकुछ बदलने वाला है। एयरपोर्ट टर्मिनल के इंट्री-गेट (Entry Gate) से लेकर बोर्डिंग गेट तक सब कुछ बदल जाएगा। बता दें कि यात्रियों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए विमानन मंत्रालय (Ministry of Aviation) ने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) की देखरेख में एयरपोर्ट ऑपरेटर डायल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), कस्टम विभाग और इमीग्रेशन ब्यूरो को व्यापक बदलाव के आदेश दिए थे।
ये भी पढ़ेंः Greater Noida West: सूट-बूट पहनकर कर आया फिर कर दिया लाखों का खेल
विमानन मंत्रालय के निर्देशों पर एयरपोर्ट एजेंसीज (Airport Agencies) ने एक मेगा प्लान बनाया है, जिसके आधार पर अब चरणवद्ध तरीके से एयरपोर्ट पर बदलाव किए जाएंगे। यात्रियों को ये बदलाव टर्मिनल के इंट्री गेट से लेकर एयरोब्रिज के बोर्डिंग-गेट तक दिखेगा। इस बदलाव की शुरुआत टर्मिनल-थ्री के आठों इंट्री गेट पर डिजी यात्रा सिस्टम इंस्टॉलेशन के साथ हो गई है। आइए अब हम आपको बताते हैं कि आईजीआई एयरपोर्ट के किस एरिया में किस तरह के बदलाव हो चुके हैं और जल्द कौन से बदलाव होगें।
टर्मिनल इंट्री गेट
आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-थ्री (Terminal Three) के सभी इंट्री गेट्स पर डिजी यात्रा सिस्टम इंस्टॉल किए जा चुके हैं। जिससे अब यात्री का चेहरा ही उनका पहचान पत्र होगा और उसना ई-बोर्डिंग पास उसका पासवर्ड होगा। फिलहाल यह सुविधा घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए हैं, जल्द ही यह सुविधा अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर जाने वाले यात्रियों के लिए भी शुरु की जाएगी।
चेक-इन एरिया
एयरपोर्ट के चेक-इन एरिया पर मानवीय हस्तक्षेप कम से कम करने के लिए सेल्फ चेक-इन कियोस्क और सेल्फ-बैगेज ड्रॉप फैसिलिटी लगाया जा रहा है। जल्द ही, यात्री अपने ई-बोर्डिंग पास की सहायता से अपना बैगेज सेल्फ चेकइन कर सकेंगे। इससे यह फायदा होगा कि एक तरफ जहां यात्रियों का समय बचेगा तो वहीं दूसरी तरफ यह पूरी प्रक्रिया बिना मानवीय हस्तक्षेप के होगी।
प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक
एयरपोर्ट के डोमेस्टिक और इंटरनेशनल प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक को मिलाकर इंट्रीग्रेटेड प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेकिंग एरिया बनाया जाएगा। इस काम के पूरा होते ही डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट के पैसेंजर्स की सुरक्षा जांच एक ही स्थान पर होगी। इसकी पहल सुरक्षा जांच की लंबी लाइनों को खत्म करने के लिए किया जा रहा है।
इमीग्रेशन एरिया
एयरपोर्ट के इमीग्रेशन काउंटर्स पर लगने वाली लाइनों को खत्म करने के लिए ई-गेट्स और ई-बायोमैट्रिक सिस्टम लगाया जा रहा है। एयरपोर्ट के इमीग्रेशन एरिया में इनका ट्रायल चल रहा है। अभी तक के रिजल्ट काफी अच्छे आएं हैं। आईजीआई एयरपोर्ट के इमीग्रेशन एरिया को सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार करने की कोशिश की जा रही है।
इन सब के साथ ही एयरपोर्ट पर प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक एरिया और इमीग्रेशन चेक एरिया की लोकेशन को भी बदलने की योजना है। अभी के क्रम में इंटरनेशनल फ्लाइट के यात्री इमीग्रेशन चेक के बाद सिक्योरिटी स्क्रीनिंग के लिए जाते हैं। नई व्यवस्था लागू हो जाने के बाद यात्रियों को पहले सिक्योरिटी स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। सिक्योरिटी स्क्रीनिंग के बाद यात्रियों की इमीग्रेशन जांच की जाएगी। फिलहाल यह व्यवस्था मुंबई एयरपोर्ट पर ही लागू है। मुंबई एयरपोर्ट पर हुए ट्रायल के बाद इस व्यवस्था को दिल्ली एयरपोर्ट पर भी लागू करने फैसला किया गया है।