Gangster Sandeep Gadauli Encounter: खूबसूरत मॉडल दिव्या पाहुजा (Divya Pahuja) 27 साल की ही उम्र में इस दुनिया से विदा हो गई हैं। नए साल यानी 2024 के ही अगले दिन उनका कत्ल हो गया। दिव्या की तस्वीरों पर न जाने कितने लोग फिदा हो जाते थे। दिव्या के अंदाज और दिलकश अदाओं पर लोग मिटने को तैयार रहते थे। लेकिन अब सिर्फ दिव्या की याद ही बाकी है, अब वो इस दुनिया में नहीं है। दिव्या (Divya Pahuja) की मौत एक पहेली की तरह उलझती चली जा रही है। दिव्या पाहुजा और अपराध का नाता भी पुराना था। उसने जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही जिस लड़के का हाथ थामा था, वो कोई साधारण लड़का नहीं था, बल्कि एक गैंगस्टर था।
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दिव्या पाहुजा तब केवल 18 साल की ही थी, जब उसकी दोस्ती गैंगस्टर संदीप (Gangster Sandeep) उर्फ अमित से हुई। संदीप असल में गाड़ौली गांव का रहने वाला था। इसलिए अपराध की दुनिया में उसकी पहचान संदीप गाड़ौली (Sandeep Gadauli) के तौर पर होती थी। दिव्या और संदीप की दोस्ती काफी बढ़ गई थी। अब दिव्या संदीप की गर्लफ्रेंड बन चुकी थी। एक दिन लेकिन दिव्या की आंखों के सामने ही उसके गैंगस्टर ब्वॉयफ्रेंड (Gangsta Boyfriend) का एनकाउंटर (Encounter) कर दिया गया। हरियाणा पुलिस ने मुंबई में संदीप का एनकाउंटर किया था। लेकिन मुंबई पुलिस ने इसे कत्ल करार दिया था। अब आपको हम बताते हैं कुख्यात गैंगस्टर संदीप गाड़ौली के एनकाउंटर की पूरी कहानी……
संदीप गाड़ौली और बिंदर गुज्जर एक दूसरे के जानी दुश्मन
आज से 10 साल पहले की बात है। उन दिनों हरियाणा में और खास कर गुरुग्राम में गैंगस्टर संदीप गाड़ौली का सिक्का चलता था। रंगदारी वसूली, सट्टेबाजी, रॉबरी से लेकर नाजायज कब्जे, शायद ही कोई ऐसा काम था जो संदीप न करता था। लेकिन अपराध के इस खेल में संदीप अकेला नहीं था, बल्कि उसके होते हुए एक और गैंगस्टर बिंदर गुज्जर भी गुरुग्राम में पैर जमाने की कोशिश कर रहा था और दोनों अक्सर एक दूसरे से अक्सर ही टकाराया करते थे।
गड़ौली के लड़कों ने किया था अशोक गुज्जर की हत्या
इसी टकरार में एक दिन गड़ौली के लड़कों ने बिंदर गुज्जर (Binder Gujjar) के एक खासमखास अशोक गुज्जर की हत्या कर दिया। बस, फिर क्या था? बिंदर अब गाड़ौली के खून का प्यासा बन गया। वह किसी भी कीमत पर उसे अपने रास्ते से हटाना चाहता था। लेकिन वह यह भी जानता था कि संदीप से अकेले भिड़ना मुश्किल है। और ऐसे में उसने पुलिस के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया।
पहले संदीप के गुर्गे की गर्लफ्रेंड थी दिव्या
बिंदर (Binder Gujjar) ने अपने सूत्रों के माध्यम से गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के कुछ पुलिसवालों से बातचीत शुरु की और उन्हें गाड़ौली के बारे में पिन प्वाइंट जानकारी देने लगे। पुलिस को और क्या चाहिए था वह तो खुद ही संदीप की तलास कर रही थी। और बस यही वो पल था, जब कहानी में दिव्या पाहुजा की एंट्री हुई। बता दें कि 18 साल की दिव्या उन दिनों गुरुग्राम के रहने वाले मनीष खुराना को डेट कर रही थी।
दिव्या पर संदीप था फिदा
मनीष, गाड़ौली का ही गुर्गा था। अभी दिव्या और मनीष का रिश्ता किसी मुकाम तक नहीं पहुंचा था उससे पहले ही मनीष की बर्थ डे पार्टी में गैंगस्टर संदीप गाड़ौली की नजर बला की खूबसूरत दिव्या पाहुजा पर जा पड़ी। और गैंगस्टर संदीप गड़ौली इस अपकमिंग मॉडल पर फिदा हो गया। अब दिव्या जैसा कहती, गाड़ौली वैसा ही करता था।
गाड़ौली के दुश्मन बिंदर गुज्जर ने रची थी साजिश
मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के अनुसार गाड़ौली के दुश्मन बिंदर गुज्जर ने अब एक ऐसा जाल बना दिया कि उसमें संदीप गाड़ौली बुरी तरह फंस गया।आप सबसे पहले इस जाल को जान लीजिए फिर आगे की कहानी बताते हैं। गैंगस्टर बिंदर गुर्जर का एक खास आदमी है मनोज गुर्जर। मनोज गुर्जर पर भी अपराध के कई मामले पुलिस थाने में दर्ज हैं। लेकिन ये मनोज गुर्जर दिव्या पाहुजा की मां सोनिया पाहुजा को भी जानता है और गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के कुछ पुलिसवालों से भी उसका नाता था। तो लब्बोलुआब ये है कि ये घुमा-फिरा कर दो दुश्मनों बिंदर गुर्जर और संदीप गाड़ौली के बीच की सबसे खास कड़ी हैं।
पुणे और मुंबई में था संदीप का था ठिकाना
उन दिनों गुरुग्राम में अपराध की घटनाओं को अंजाम देने के बाद संदीप गाड़ौली अक्सर पुणे और मुंबई को अपना ठिकाना बनाता था। वो कुछ दिनों तक वहां रुकता और गुरुग्राम में जब सबकुछ शांत हो जाता, तो वो फिर से वापस आता था।
5 फरवरी 2016
हरियाणा पुलिस को जानकारी मिली कि गैंगस्टर संदीप गाड़ौली फिर गुरुग्राम से निकला है और इस बार उसकी गर्लफ्रेंड दिव्या भी उसके साथ में ही है। पुलिस गाड़ौली का पीछा करने लगती है। पुलिस को पता चलता है कि गाड़ौली राजस्थान के भिवाडी जा रहा है। अब पुलिस की एक टीम भिवाडी पहुंचती है लेकिन जब तक टीम भिवाड़ी पहुंचती, गाड़ौली भिवाडी से निकल लिया होता है। अब पुलिस को पता चलता है कि गाड़ौली जयपुर की ओर जा रहा है। पुलिस अब जयपुर की तरफ भागती है लेकिन तब तक गाड़ौली जयपुर से आगे अजमेर के लिए निकल दिया होता है।
मुंबई, 6 फरवरी 2016
आखिरकार अगले दिन यानी 6 फरवरी को पुलिस को सूचना मिलती है कि गाड़ौली राजस्थान से होता हुआ मुंबई संदीप जा पहुंच है। हरियाणा पुलिस को ये भी पता चल जाता है कि वो मुंबई के किस होटल में, कौन से कमरे में ठहरा है? यानी होटल एयरपोर्ट मेट्रो का कमरा नंबर 107।
ऐसे मिल रही थी पुलिस को पूरी जानकारी
अब आपके दिमाग में यह जरूर आ रहा होगा कि पुलिस को सारी सूचना आखिर मिल कहां से रही थी। यहां तक कि उसका पिन प्वाइंट लोकेशन भी पुलिस को कैसे पता चल रही थी? तो इसका जवाब है कि गाड़ौली के दुश्मन नंबर वन गैंगस्टर बिंदर गुर्जर ने हरियाणा पुलिस से यही तो वादा किया था। और मुंबई पुलिस के अनुसार गैंगस्टर गाड़ौली और उसकी लोकेशन के बारे में हर छोटी बड़ी जानकारी कोई और नहीं बल्कि खुद उसकी गर्लफ्रेंड दिव्या पाहुजा पुलिस को दे रही थी।
कोड वर्ड में मां को देती थी जानकारी
मुंबई पुलिस के अनुसार, दिव्या मोबाइल फोन पर अपनी मां सोनिया पाहुजा से बात कर रही थी। बातचीत कोड वर्ड में कर रही थी, ताकि गैंगस्टर गाड़ौली को किसी भी बात की भनक भी न लगे। मसलन, ‘मम्मी मेरी तबीयत ठीक नहीं है, मैं डॉक्टर के पास जा रही हूं।’ इसका मतलब था कि दिव्या उस समय अकेली है और संदीप उसके साथ नहीं है। ठीक इसी तरह ‘मम्मी दवाई लेके आई हूं… मैं खा लूंगी।’ इसका मतलब यह था कि संदीप उसके साथ है। मां सोनिया पाहुजा ये सारी बातें बिंदर गुर्जर के खास आदमी मनोज गुर्जर को बता रही थी और मनोज गुर्जर यही बातें आगे हरियाणा यानी गुरुग्राम पुलिस को दे रहा था। कुछ इस प्रकार गुरुग्राम पुलिस को गाड़ौली के हर मूवमेंट, हर चाल की पल-पल की खबर मिल रही थी।
खबर देने के बदले में घर का वादा
इसी तरह हरियाणा पुलिस संदीप गाड़ौली का पीछा करती हुई मुंबई जा पहुंची और उसने सोची समझी साजिश के तहत संदीप गाड़ौली को मुंबई के उसी एयरपोर्ट मेट्रो होटल में मार डाला, जहां वो अपनी गर्लफ्रेंड दिव्या पाहुजा के साथ रुका था। मुंबई पुलिस ने संदीप गाड़ौली के एनकाउंटर के उस मामले को लेकर अपनी चार्जशीट में यही लिखा था कि क़त्ल के इस मामले में हरियाणा पुलिस की टीम के साथ-साथ दिव्या पाहुजा और उसकी मां सोनिया पाहुजा भी शामिल थी, जिन्हें गैंगस्टर बिंदर गुर्जर के आदमी मनोज गुर्जर ने ना सिर्फ इस साजिश में शामिल कर लिया था, बल्कि ये काम करा देने पर उन्हें घर दिलाने का भी वादा किया था।
शक के घेरे में था संदीप गाड़ौली का एनकाउंटर
आपको बता दें कि संदीप गाड़ौली का एनकाउंटर शुरू से ही शक के घेरे में आ चुका था। मुंबई पुलिस, गुरुग्राम पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी थी। ये मामला अब भी मुंबई की अदालत में चल रहा है। लेकिन इसी बीच 8 महीने पहले दिव्या पाहुजा को मुंबई हाई कोर्ट से जमानत मंजूर हो गई थी। लेकिन इससे पहले कि वो जिंदगी में आगे बढ़ पाती, कोई नई शुरुआत करती। नए साल में 2 जनवरी के दिन गुरुग्राम में उसका कत्ल हो गया।